पक्षियों के पंख से बनेगा ‘बायो-प्लास्टिक’
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कोलकाता टाइम्स :
क्या आपने सोचा है कि हम जल्द ही ऐसे प्लास्टिक का इस्तेमाल कर पाएंगे जो वातावरण के लिए हानिकारक नहीं होगा और प्राकृतिक रूप से नष्ट हो जाएगा। वैकाटो विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने यह कर दिखाया है। उन्होंने पक्षियों के अवशिष्टों जैसे उनके पंख आदि से प्लास्टिक बनाने की विधि खोज निकाली है। इसे ‘बायो-प्लास्टिक’ का नाम दिया गया है। इस बायो प्लास्टिक का उपयोग कृषि कार्यो में प्रयुक्त होने वाली प्लास्टिक शीटिंग, बीजों को रखने वाली ट्रे, गमले आदि बनाने में किया जाएगा। शोधकर्ता जॉन वर्बीक ने बताया, “हम जो प्लास्टिक बना रहे हैं वह दूध की बोतलों और सुपर बाजारों में इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक के थैलों के समान ही मजबूत होगा लेकिन वह जैविक रूप से नष्ट होने वाला होगा।” वर्बीक ने कहा कि लोगों को यकीन नहीं था कि वह ऐसा कर पाएंगे लेकिन उनकी टीम ने ऐसा कर दिखाया।