गॉसिप करते रहिए और …
अक्सर आपने इस तरह के कमेंट सुनपे होंगे की इसके पास तो कोई काम नहीं बस गॉसिप करती रहती है। जाहिर है ज्यादा गॉसिप एक दिक्कत है इससे आप अपना ही नहीं दूसरों काम भी प्रभावित करते हैं, लेकिन अगर आप संतुलित रह कर गॉसिप कर रहे हैं तो कोई बुरी चीज नहीं है। ये बात हम ही नहीं कई वैज्ञानिकों ने भी मानना शुरू कर दिया है। हाल ही में अमेरिका में कॉलेज ग्रुप के कई छात्र और छात्राओं पर एक बड़ी रिसर्च की गई। जिसमें 17 से 30 साल के बीच के करीब 300 लोग शामिल थे। इसमें गॉसिप को लेकर कई मजेदार बातें निकल कर सामने आईं, जिसमें सबसे बड़ी बात यही थी कि ये आदत बुरी नहीं है।
क्या है असली वजह और फायदा
अमेरिका की ओटावा यूनीवर्सिटी में हुई गॉसिप से जुड़ी इस रिसर्च से जुड़े सोशल साइंस एक्सपर्ट के मुताबिक गॉसिप यानि गपशप एक सामाजिक कौशल है जो अपने आसपास के दूसरे लोगों से अच्छे और नए संबंध बनाने में मददगार साबित होता है। शोध में सामने आया कि गॉसिप करना पुरुष और महिलाओं दोनों को ही पसंद होता है बस गॉसिप करने की वजह आमतौर पर दोनों की अलग होती है। गॉसिप करने से महिलाओं के दिमाग में ऑक्सीटोसिन नाम का एक हार्मोन रिलीज होता है इससे वह दूसरी महिलाओं के और भी नजदीक आ पाती हैं। ऐसा ही पुरुषों के साथ भी है। रिसर्च के मुताबिक आपस में खूब गॉसिप करने वाले लोग अन्य दोस्तों या सहकर्मियों की अपेक्षा एक दूसरे के ज्यादा करीब होते हैं। यानि कि अगर आप को भी किसी दूसरे के बहुत करीब जाना है तो आज से ही उसके साथ गॉसिप करना शुरू कर दीजिए।
इसलिए महिलाएं करती हैं गॉसिप
इस रिसर्च में यह बात भी निकलकर आई कि ज्यादातर महिलाएं अपने आस-पास मौजूद मर्दों या फिर किसी खास व्यक्ति का ध्यान जब अपनी और आकर्षित करना चाहती हैं तो वह अपनी प्रतिद्वंदी महिलाओं के बारे में तरह-तरह की गॉसिप करती हैं। महिलाएं कई बार अपने आसपास की दूसरी खूबसूरत महिलाओं के लुक्स या फिर उनकी बदसूरती के बारे में भी खूब गॉसिप करती हैं। गॉसिप करने का महिलाओं का उद्देश्य कई बार अपनी प्रतिद्वंदी महिलाओं के बारे में नई-नई और छुपी हुई जानकारियां हासिल करना होता भी है।
पुरुषों से सच में आगे हैं महिलाएं