लम्बा इंतजार ख़त्म, अब इस बैंडेज से तुरंत जुड़ेगी टूटी हुई हड्डी
कोलकाता टाइम्स :
अब देर नहीं जब हड्डियां टूटने पर उसे जुड़ने लिए लम्बा इंतजार नहीं करना होगा, बल्कि फटाफट जुड़ जायेगा। शोधकर्ताओं ने एक ऐसे बैंडेज को विकसित किया है जो फ्रैक्चर के स्थान पर शरीर के स्वयं से उपचार करने वाले अणुओं को इकट्ठा रखता है। यह खोज प्राकृतिक चिकित्सा प्रक्रिया को तेज करने के नए तरीकों को जन्म दे सकती है। एडवांस मैटेरियल्स नामक जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में बताया गया है कि नए बैंडेज का चूहों में प्रयोग करके भी देखा गया है। इसमें पाया गया कि इसकी मदद से चूहों में केवल तीन सप्ताह में नई रक्त वाहिकाओं के निर्माण में मदद मिली साथ ही हड्डियों की बेहतर मरम्मत भी हुई।
अमेरिका की ड्यूक यूनिवर्सिटी सहित अन्य शोधकर्ताओं की टीम ने बताया कि यह विधि अभी तक मौजूद सभी अन्य उपचार विधियों की तुलना में ज्यादा तेजी और बेहतर ढंग से काम करती है। दरअसल यह खोज पुरानी खोज पर आधारित है जिसमें बताया गया है कि रासायनिक कैल्शियम फास्फेट से बने बायोमैटेरियल्स हड्डी की मरम्मत और पुनर्निमाण को बढ़ावा देते हैं। ड्यूक यूनिवर्सिटी के इस अध्ययन की सह लेखक शायनी वर्गीज ने पाया था कि जैविक अणु एडेनोसिन हड्डी के विकास को बढ़ाने में विशेष रूप से बड़ी भूमिका निभाता है।
वर्गीज और उनकी टीम ने पाया कि शरीर में चोट लगने पर स्वाभाविक रूप से एडेनोसिन अणुओं की चोट वाली जगह पर बाढ़ सी आ गई, लेकिन यह क्रिया ज्यादा देर तक नहीं रही। यही वजह है कि शोधकर्ताओं ने एक ऐसा बैंडेज बनाया जो फ्रैक्चर की जगह लगाया जा सके। इस बैंडेज में एडेनोसिन अणुओं को पकड़े रखने के लिए बोरोनैट मॉलीक्यूल का उपयोग किया गया है।