इन 5 राज्यों की कसौटी पर खरा उतरने वाला ही दिल्ली की गद्दी पर
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कोलकाता टाइम्स :
केंद्र में किसकी सरकार बनेगी और किसकी लुटिया डूबेगी यह अब निर्भर है बंगाल समेत 5 राज्यों पर। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, बिहार और तमिलनाडु तय करेगी किसके सिर होगी ताजपोशी। इन राज्यों की लोकसभा सीटों का आंकड़ा ही सत्ता की चाबी हासिल करने का रास्ता है। राज्यवार बात करें तो यूपी में भाजपा, महाराष्ट्र भाजपा-शिवसेना, पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और बिहार में जेडीयू-भाजपा गठबंधन सत्ता पर काबिज है।
उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां 80 लोकसभा सीटें हैं जोकि देश में किसी भी राज्य की सर्वाधिक सीटें हैं। मोदी लहर में एनडीए ने पिछली बार यूपी की 73 सीटें जीती थीं। इस बार समाजवादी पार्टी 37 सीटें, बसपा 38 और आरएलडी 3 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। एसपी ने अब तक 9 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। उधर, दूसरा राज्य है महाराष्ट्र जिसमें 48 लोकसभा सीटें हैं. यहां पर भाजपा और शिवसेना में सीट बंटवारा हुआ पड़ा है. इस बार बीजेपी 25 और शिवसेना 23 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। साल वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में एनडीए ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
तीसरा राज्य है पश्चिम बंगाल जहां 42 सीटें हैं। बीजेपी जहां पश्चिम बंगाल से अधिक से अधिक सीटें जीतकर यूपी की भरपाई करना चाहती है। यहां मुकाबला काफी रोचक है क्योंकि सत्ता पर काबिज तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बैनर्जी केंद्र के खिलाफ विभिन्न मौकों पर मोर्चा खोल चुकी हैं।
वैसे कांग्रेस के लिए सुखद बात ये है कि सीपीएम और कांग्रेस के बीच गतिरोध राहुल गांधी और सीताराम येचुरी के हस्तक्षेप के बाद लगभग सुलझ गया है। हालांकि सीटों का अभी औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है. बिहार की 40 सीटें हैं और बीजेपी और जेडीयू 17-17 सीटों पर और एलजेपी 6 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।