July 7, 2024     Select Language
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इनके मासूम चेहरों पर ना जाये, यह वह है जिन्होंने दुनिया को हिला दिया था 

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कोलकाता टाइम्स :

कंप्यूटर,इंटरनेट जैसी चीजों ने हमारी पूरी लाइफस्टाइल बदल दी है. तकनीक दिन पर दिन मॉडर्न होती जा रही है और अब हर चीज का सञ्चालन कंप्यूटर और इंटरनेट पर ही निर्भर हो गया है. अब ऐसे में अगर कोई इस तक्नीक मे सेंध लगा दें तो क्या हो. आज हम आपको मिलवाने जा रहे है ऐसे ही कुछ सेंधमारों के बारे में जिन्होंने अपने समय में दुनिया को हैकिंग का मतलब समझाया था.   

जोनाथन जेम्स

जोनाथन जेम्स को इंटरनेट की दुनिया ‘कामरेड’ कहा जाता था. महज 15 साल की उम्र में उन्हें दुनिया के सबसे बड़े हैकर का खिताब हासिल हो गया था.इतनी छोटी सी उम्र में ही उन्होंने अमेरिकी सरकार की नाक में डैम कर रखा था. जोनाथन की पहुंच अमेरिकी सरकार के लगभग सभी डाटाबेसों तक थी, यहां तक कि, रक्षा विभाग और नासा के नेटवर्क भी उनके लिए आम बात थी.

जेम्स ही वो शख्स तह जिसने नासा के नेटवर्क से अंतरिक्ष स्टेशन को संचालित करने की पूरी जानकारी निकाल ली थी. जिसकी कीमत 17 लाख डॉलर से भी ज्यादा थी. जेम्स के कारण ही नासा को मजबूरन अपना नेटवर्क पूरे 3 सप्ताह तक बंद रखना पड़ा था. साल 2007 में जोनाथन पुलिस की पकड़ में आया जिसके बाद उसपर तमाम आरोप लगे लेकिन जेम्स ने अपने ऊपर लगे सारे आरोपों से इंकार कर दिया एयर साल 2008 में आत्महत्या कर ली.

केविन मिटनिक

केविन मिटनिक को अमेरिकी इतिहास का मोस्ट वांटेड साइबर क्रिमिनल माना है. केविन को पहले तीन साल की सजा सुनाई गयी इसके बादसे तीन साल तक पुलिस की निग्राणीने रखा गया लेकिन केविन अपने काम से बाज नहीं आया और उसने करीब 2.5 साल बाद अमेरिका के नेशनल सिक्योरिटी एलर्ट प्रोग्राम में सेंध लगाने और कॉरपोरेट सीक्रेट्स चुराने का काम किया.

लेकिन 5 साल जेल में सजा गुजारने के बाद मिटनिक ने खुद को काफी बदल लिया और बाद में कंसल्टेंट बन लोगों की मदद करने लगे. फिलहाल मिकनिक साइबर सिक्योरिटी की दिशा में काम करने वाली खुद की कंपनी चला रहा है. आपको बता दें, केविन की जिंदगी पर दो हॉलीवुड फिल्में भी बन चुकी हैं.

अल्बर्ट गोंजालेज

आपको जान कर हैरानी होगी की अल्बर्ट गोंजालेज के पास अमेरिका की आधी आबादी के क्रेडिट कार्ड की डिटेल्स मौजूद थी. 17 करोड़ लोगों के क्रेडिट-डेबिट कार्ड की डिटेल्स चुराकर गोंजालेज ने करोड़ों रूपए बनाये.

उसने शैडोक्यूस नाम का एक फर्जी ग्रुप भी बना रखा था, जो फर्जी पासपोर्ट, फर्जी हेल्थ इंश्योरेंस कार्ड और फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बना, पैसे कमाने का काम करता था. अल्बर्ट गोंजालेज को 20-20 साल की दो सजाएं सुनाई गईं, जो सात में चल रही है.

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