धमकाने की ऐसी अनोखो सजा कि …
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कोलकाता टाइम्स :
अभी तक आप सभी ने कोर्ट के द्वारा आरोपियों को जेल में डालने या फांसी की सजा के बारे में ही सुनी होगा, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे केस की सुनवाई के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें कोर्ट ने आरोपियों को अनोखी सजा सुनाई है। दिलचस्प बात यह है कि अदालत ने जो सजा सुनाई है अगर वैसी ही सजा देश के सभी कैदियों को दे दी जाऐ तो पीएम मोदी का स्वच्छता अभियान एक महीने में पूरा हो सकता है।
बंबई उच्च न्यायालय ने दो व्यक्तियों के खिलाफ आपराधिक धमकी के एक मामले को खारिज करते हुए उन्हें मुंबई में एक महीने तक समुद्र तट को साफ करने में मदद देने का निर्देश दिया है।
न्यायमूर्ति रंजीत मोरे और न्यायमूर्ति भारती डांगरे की खंडपीठ सोमवार को शहर के निवासी अंगद सिंह सेठी (22) और कुंवर सिंह सेठी (25) द्वारा दायर एक आवेदन पर सुनवाई कर रही थी। इसमें बांद्रा-कुर्ला कॉम्पलेक्स (बीकेसी) पुलिस द्वारा 10 सितंबर 2017 को उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने की मांग की गई थी।
पुलिस के मुताबिक, पिछले साल दोनों व्यक्तियों ने एक होटल संचालक को नकली बंदूक दिखाकर धमकाया था और कहा था कि वह होटल खोलकर उन्हें खाना खिलाए। बाद में दुकानदार ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। आरोपियों के वकील अशोक मुंडारगी ने उच्च न्यायालय को बताया कि शिकायतकर्ता के साथ मामला निबटा लिया गया है।
मुंडारगी ने कहा, हम आर्थिक क्षतिपूर्ति देने को भी तैयार हैं। इस पर अदालत ने कहा, अगर हम उन्हें मुआवजा देने के लिए कहते हैं तो भुगतान उनके माता-पिता कर देंगे लेकिन इससे किसी उद्देश्य की पूर्ति नहीं होगी। हम चाहते हैं कि व्यक्ति खुद से इसका भुगतान करे। मुंडारगी ने इस पर कहा कि दोनों सामुदायिक सेवा करेंगे।