ट्रंप के मांगे दवा के एक्सपोर्ट पर बैन लगाकर सरकार ने दिखाया पहले देश
कोलकाता टाइम्स :
अमेरिका में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच राष्ट्रपति ट्रंप ने ये दवा हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन भारत से मांगी थी, लेकिन भारत सरकार मलेरिया के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन के निर्यात को लेकर सख्ती बरत रही है। भारत सरकार ने मलेरिया की दवा हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन के निर्यात पर पाबंदी और सख्त कर दी है।
इस पाबंदी के तहत अब विशेष आर्थिक क्षेत्रों (सेज) की इकाइयों को भी रोक के दायरे में शामिल कर दिया गया है। सरकार देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण परिस्थिति बिगड़ने की आशंकाओं को देखते हुए ये रोक लगा रही है, ताकि देश में जरूरी दवाओं की कमी न हो।
विदेशी व्यापार महानिदेशालय ने एक अधिसूचना में कहा, ‘हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन और इससे बनने वाली अन्य दवाओं का निर्यात अब सेज से भी नहीं हो सकेगा, भले ही इसके लिए पहले मंजूरी दी जा चुकी हो या फिर भुगतान किया जा चुका हो। निर्यात पर बिना किसी छूट के पाबंदी रहेगी।’
सरकार ने घरेलू बाजार में उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन के निर्यात पर 25 मार्च को रोक लगाने की घोषणा की थी।
वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन की आपूर्ति करने का अनुरोध किया है। लेकिन अब पाबंदी के बाद ऐसा होना मुश्किल लग रहा है।