ये मासूम जहाँ भी जाती है, वहाँ लग जाती है आग
राखी के माँ बाप की मृत्यु हो चुकी है। वह झाँसी से 10 किलोमीटर दूर गोरामछिया गांव में अपने चाचा के साथ रहती है। राखी के अनुसार, वह एक बार अपनी चचेरी बहन के साथ पास ही के एक मंदिर गयी थी। जहाँ परिक्रमा करने के बाद जैसे ही वह बाहर निकली, मंदिर में देवी की मूर्ति के वस्त्र अपने आप जलने लगे। ये नज़ारा देख मंदिर में मौजूद लोगो के बीच हड़कंप मच गया।
तुरंत राखी को घर लाया गया। जहाँ वह अपने कमरे में चली गयी थी। जैसे ही वह कमरे से बाहर आयी। कमरे में रखे सारे सामान में आग लग गयी। राखी के परिवार ने उसे डॉट, बाबा-साधु सबको दिखाया लेकिन कोई ख़ास फायदा नहीं पंहुचा। कुछ लोगो का कहना है की राखी के ऊपर किसी जीन का साया है। राखी इस बारे में कहती है, ‘मुझे कुछ भी याद नहीं, कब-क्या होता था। मैं नहीं जानती। मुझे अब कोई दिक्कत नहीं होती। इस बारे में मैं किसी से कोई बात नहीं करना चाहती।’