प्यार नहीं खौफ : चीनियों का निवाला नहीं अब पालतू है कुत्ता
कोलकाता टाइम्स :
चीन की देन कोरोना आज पूरी दुनिया को अपने शिकंजे में कस चुकी है। हालाँकि चीन खुद भी इस महामारी से लड़ रहा है। मौत वहां थी कि फिर लगातार नए मामले भी सामने आ रहे हैं। लेकिन इसी बीच चीन ने कोरोना वायरस प्रकोप को देखते हुए अपने यहां कुत्तों का मांस खाने पर रोक लगा दी है।
दरअसल अब तक चीन में कुत्ते और बिल्लियों का बड़े पैमाने पर मांस खाया जाता था। पर अब चीन के कृषि मंत्रालय ने इसे लेकर एक मसौदा तैयार किया, जिसमें कुत्तों को पशुधन नहीं बल्कि पालतू जानवर माना जाएगा। बता दें कि चीन पर आरोप लगते थे थि उसके यहां लोगों के इसी तरह के विचित्र खान-पान की आदत के चलते कोरोना वायरस जैसी लाइलाज बीमारी फैली है।
दरअसल चीन सरकार का यह फैसला कुत्तों के प्रति प्यार नहीं बल्कि कोरोना से उपजे खौफ का परिणाम है। पशु कल्याण की दिशा में काम करने वाली संस्थआ ह्यूमन सोसाइटी इंटरनेशनल के अनुसार चीन में अभी भी लगभग एक करोड़ कुत्ते प्रति वर्ष मांस के लिए मारे जाते हैं।
बता दें कि चीन में संक्रमित लोगों की कुल संख्या शुक्रवार को करीब 82 हजार तक पहुंच गई। इनमें 1089 मरीजों का अभी भी उपचार चल रहा है, जबकि 77500 से ज्यादा लोग ठीक हो गए हैं। वहीं कोरोना के कारण मरने वालों की कुल संख्या 3339 हो गई है।