अब आंसुओं पर भी कोरोना ने लगाया बैन, क्योंकि…

कोलकाता टाइम्स :
कोरोना मार ने लोगों की मुस्कराहट तो पहले ही छीन ली थी अब आंसू बहाने पर भी बैन लग गयी। डॉक्टरों ने ऐसी बात सुनाई कि अब रो भी नहीं सकते। कोरोना वायरस का इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि आंखों का लाल होना और आंसू गिरना भी इस वायरस के संक्रमण का एक लक्षण हो सकता है।
अमेरिकन एकेडमी ऑफ ऑप्थलमोलॉजी ने कहा है कि वायरस के संक्रमण की वजह से कंजेक्टिवाइटिस हो सकता है। इसमें आंखों में जलन के साथ आंखें लाल हो जाती हैं। वॉशिंगटन के किर्कलैंड में कोरोना का इलाज कर रही चेल्सी अर्नेस्ट नर्स का कहना है कि कोरोना से संक्रमित लगभग व्यक्तियों की आंखें के लाल होने का लक्षण देखा गया है।
हालांकि सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने आंखों का लाल होना, कोरोना वायरस से संक्रमित होने का लक्षण नहीं बताया है ।
गाइडलाइन में कहा गया है कि बुखार, कफ और सांस लेने में तकलीफ कोरोना वायरस के संक्रमण का लक्षण हो सकता है। छाती में दर्द और होठों का नीला पडऩा भी संक्रमण का लक्षण हो सकता है।
अमेरिकी विशेषज्ञों ने इस बात कि जानकारी दी है कि पिछले दिनों चीनी शोधकताओज़्ं द्वारा हुए शोध में भी यह माना गया कि कोरोना आंखों के आंसुओं से भी फैल रहा है। यह शोध बाकायदा कोरोना वायरस के 38 रोगियों पर किया गया है और इसमें पाया गया है कि लगभग एक दर्जन संक्रमित व्यक्तियों की आंखें लाल रंग की हो गई हैं।
वहीं स्पेन के डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि कोरोना वायरस का असर पैरों पर भी दिखने लगता है। कुछ मरीजों के पैरों के त्वचा पर घाव बन जाते हैं। स्पैनिश त्वचा विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि कई कोरोना रोगियों ने एक साथ अपने पैरों पर बैंगनी रंग के घावों को देखा है।