शुक्रवार को ना करे घी और सुगंधित तेल का प्रयोग सुख के साथ मिलेगा प्रेम का भी आर्शिवाद
कोलकाता टाइम्स :
शुक्र ग्रहों में सबसे चमकीला होता है और प्रेम का प्रतीक माना जाता है। जिनकी जन्म कुंडली में शुक्र अपनी दशा के चलते अशुभ फल दे रहा हो और इसके प्रभाव से बीमारियों का सामना करना पड़ रहा हो, जिससे जीवन में सुख की अनुभव हो तो कुछ खास उपाय करने से आपका ग्रह सही हो सकता है। जिन्हे शुक्रवार के दिन करने से आप कई खुशियां पा सकते हैं। शुक्र मुख्य रूप से हमारे जीवन के सुख से संबंध रखता है। वैभव, ऐश्वर्य, सम्पदा और प्रसिध्दि, शुक्र की कृपा से ही मिलते हैं। ऐसे में ये जानना आवश्यक है कि किन उपायों से शुक्र को प्रसन्न किया जा सकता है।
ये हैं उपाय
शुक्र से पीड़ित होने पर ग्रह शांति हेतु सफेद रंग का घोड़ा दान देना चाहिए। रंगीन वस्त्र, रेशमी कपड़े, घी, सुगंध, चीनी, खाद्य तेल, चंदन, कपूर का दान शुक्र ग्रह की विपरीत दशा में सुधार लाता है। शुक्र से सम्बन्धित रत्न का दान भी लाभप्रद होता है। इन वस्तुओं का दान शुक्रवार के दिन संध्या काल में किसी युवती को देना उत्तम रहता है। शुक्रवार के दिन व्रत रखें। मिठाईयां एवं खीर कौओं और गरीबों को दें। ब्राह्मणों और गरीबों को घी भात खिलाएं। अपने भोजन में से एक हिस्सा निकालकर गाय को खिलाएं। शुक्र से सम्बन्धित वस्तुओं जैसे सुगंध, घी और सुगंधित तेल का प्रयोग नहीं करना चाहिए। शुक्रवार के दिन सफेद गाय को आटा खिलाने से भी लाभ होता है। काली चींटियों को चीनी खिलानी चाहिए। किसी काने व्यक्ति को सफेद वस्त्र एवं सफेद मिष्ठान्न का दान करना चाहिए। किसी महत्त्वपूर्ण कार्य के लिए जाते समय 10 वर्ष से कम आयु की कन्या का चरण स्पर्श करके आशीर्वाद लेना चाहिए। अपने घर में सफेद पत्थर लगवाना चाहिए। किसी कन्या के विवाह में कन्यादान का अवसर मिले तो अवश्य स्वीकारना चाहिए।
शुक्रवार को मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय
अगर आप चाहते है आपके घर में हमेशा धन वर्षा होती रहे तो शुक्रवार के दिन इन उपायों से आप लक्ष्मी को प्रसन्न कर सकते है। तंत्र शास्त्र के अनुसार कुछ साधारण मगर सटीक उपाय करने से मां लक्ष्मी अपने भक्त पर जल्दी ही प्रसन्न हो जाती हैं। ज्योतिषों के अनुसार शुक्रवार के दिन दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान विष्णु का अभिषेक करें, इससे मां लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं। साथ ही इस दिन धन पाने के लिए व्यवसाय के स्थान पर लक्ष्मी जी , गणेश जी और विष्णु जी की स्थापना करें। प्रातः काम शुरू करने के पहले माता को एक गुलाब का फूल चढायें और घी का दीपक और गुलाब की सुगंध वाली धूप जलायें। रोज शाम पूजा की समाप्ति के बाद तीन बार शंख जरूर बजायें