नहीं जगह, सिर्फ एक टेस्ट नेगेटिव आते ही घर लौटेंगे मरीज
कोलकाता टाइम्स :
देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के बड़ी संख्या में नये मामले सामने आने के बाद केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीजों के डिस्चार्ज के नियमों में बदलाव किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी नई गाइड लाइन के अनुसार अब गंभीर मामलों में ही कोरोना संक्रमित मरीजों की कई बार जांच की जा सकेगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार जो मरीज ठीक हो चुके हैं उनकी जांच अब केवल एक बार ही की लाएगी। उस जांच में अगर टेस्ट निगेटिव आया तो मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। गौरतलब है कि देश में अब तक कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 60 हजार के करीब पहुंच गई है. ऐसे में अस्पतालों के पास मरीजों को भर्ती करने का संकट गहरा गया है।
जानकारी के अनुसार अभी तक किसी भी कोरोना मरीज को तब तक ठीक नहीं माना जाता था, जब तक 24 घंटे के अंदर दो बार हुए आरटी और पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव न आ जाए। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने अपने नए निर्देशों में साफ कर दिया है कि कोरोना मरीज को लक्षण दिखने के 10 दिनों के बाद अगर तीन दिन तक बुखार नहीं आता है तो उसे छुट्टी दी दी जाएगी।
मरीजों को डिस्चार्ज के समय बताया जाएगा कि उन्हें घर पहुंचने के बाद भी सात दिनों के लिए क्वारंटाइन में रहना होगा।