फिश पेडिक्योर कराने से पहले जान लीजिए
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कोलकाता टाइम्स :
पैरों पर जमी मृत त्वचा को हटाकर उन्हें साफ-सुथरा और खूबसूरत बनाने के लिए महिलाएं पेडिक्योर कराती है। पिछले काफी समय से फिश पेडिक्योर
काफी चलन में है। फिश पेडिक्योर
की प्रक्रिया में पैरों को मछलियों से भरे एक टब में डाला जाता है, टब में मौजूद छोटी-छोटी मछलियां पैरों से मृत त्वचा को अलग कर उसे खा लेती है और आपके पैरों को साफ-सुथरा बना देती है।
की प्रक्रिया में पैरों को मछलियों से भरे एक टब में डाला जाता है, टब में मौजूद छोटी-छोटी मछलियां पैरों से मृत त्वचा को अलग कर उसे खा लेती है और आपके पैरों को साफ-सुथरा बना देती है।
अगर आप भी पहली बार फिश पेडिक्योर को आजमाने जा रही हैं तो पहले जान लीजिए इसके फायदे और नुकसान –
1 इसे करवाने से पैरों की त्वचा मुलायम बनती है और पैरों की थकान में आराम मिलता है।
2 फिश पेडिक्योर
एक्जिमा और सोरायसिस जैसी बीमारियों में फायदा करता है।
4 इस पेडिक्योर
के लिए यूज की जाने वाली गारा रूफा नाम की मछलियां मृत त्वचा को साफ करने के अलावा रक्तप्रवाह को भी बढ़ाती है।
5 इसे कराने के बाद पैर सुंदर और ग्लोइंग बनाते हैं।
के लिए यूज की जाने वाली गारा रूफा नाम की मछलियां मृत त्वचा को साफ करने के अलावा रक्तप्रवाह को भी बढ़ाती है।
5 इसे कराने के बाद पैर सुंदर और ग्लोइंग बनाते हैं।
अब जानते हैं, अगर सावधानी नहीं बरती तो फिश पेडिक्योर
के क्या नुकसान हो सकते हैं –
6 फिश पेडिक्योर
तभी सुरक्षित होते हैं जब उसे करवाते समय साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा गया हो।
तभी सुरक्षित होते हैं जब उसे करवाते समय साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा गया हो।
7 कई बार पार्लर और स्पा सेंटर में फिश पेडिक्योरके पॉट के पानी को कई दिनों तक नहीं बदला जाता। जिसकी वजह से टैंक में उपस्थित माइक्रोबैक्टीरिया के कारण कई तरह के स्किन इंफेक्शन हो सकते है।
8 अगर आपके पैरों में चोट लगी हो तो फिश पेडिक्योर न करवाएं। ऐसा करवाने से चोट से खून बह सकता है, जो टब में जाकर इंफेक्शन का कारण बनता है।
9 अगर आप पहले से ही किसी शारीरिक समस्या या चोट से जूझ रहे हैं तब भी फिश पेडिक्योर करवाने से बचें।
10 जिन लोगों कि इम्युनिटी कमजोर है या जो लोग शुगर के मरीज हैं उन्हें भी फिश पेडिक्योर करवाने से बचना चाहिए।