कोरोना से दोस्ती अब आखरी रास्ता क्योंकि, इसे ढोना होगा उम्र भर !
कोलकाता टाइम्स :
कोरोना जूझ रहे हर देश की सरकार ने इसे फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन किया हुआ है। वैज्ञानिक इसका इलाज ढूंढने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। लेकिन इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यकारी निदेशक ने ऐसी बात बताई की लॉकडाउन-इलाज सब धरा का धरा रह गया। हु ने संभावना के साथ-साथ चेतावनी दी है कि कोरोना वायरस शायद कभी खत्म न हो, जैसे एचआईवी खत्म नहीं हुआ।
जानकारी के अनुसार विश्व स्वास्थ्य संगठन के आपात परिस्थिति संबंधी प्रमुख ने कहा है कि यह अनुमान लगाना असंभव है कि वैश्विक महामारी पर कब तक नियंत्रण पाया जा सकेगा. डॉ. माइकल रयान ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कोविड-19 से संक्रमित लोगों की संख्या अभी तक कम है।
उन्होंने कहा कि टीके के अभाव में लोगों के भीतर इस विषाणु के खिलाफ प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होने में वर्षों लग सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारे समुदायों में एक अन्य महामारी विषाणु बन सकता है। उन्होंने कहा कि पहले आई अन्य बीमारियां जैसे कि एचआईवी कभी खत्म नहीं हुई बल्कि उनका इलाज खोजा गया ताकि लोग इस बीमारी के साथ जी सकें।
बता दें कि अब तक पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के कारण पौन 3 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में अबतक कुल 75 से अधिक मामले कोरोना संक्रमण के सामने आए हैं। वहीं इससे 2415 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।