कराची प्लेन क्रैश: किसी के दबाव में पायलट ने छुपाया सही स्थिति, जबरदस्ती लैंड कराने से हुआ विस्फोट!
कोलकाता टाइम्स :
पाकिस्तान के कराची में हुए दर्दनाक विमान हादसे की वजह पता लगाने के लिए जांच में जो शुरूआती बातें सामने आयीं हैं उसने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस, पायलट कैप्टन सज्जाद गुल और विमान संचालन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जांच में सामने आया है कि पायलट ने विमान को तीन बार लैंड कराने की कोशिश की थी जबकि उन्हें लैंडिंग गियर में समस्या होने के चलते रुकने के लिए कहा गया था। इसके अलावा विमान की कंडीशन के बारे में न तो PIA और न ही पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल से सही सूचना साझा की थी।
डॉन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक विमान हादसे पर एक प्रारंभिक रिपोर्ट में पायलट के विमान संचालन के बारे में गंभीर सवाल खड़े किये गए हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक इस विमान की फिटनेस पहले ही सवालों के घेरे में है और अब पायलट पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि किसी ने कॉकपिट में मौजूद और अन्य चालक दल के सदस्यों को संकट के बारे में एयर ट्रैफिक कंट्रोल को बताने से रोका गया था। जांचकर्ताओं को शक है कि उड़ान के दौरान पायलट ने किसी के दबाव में विमान की सही स्थिति नहीं बताई।
पाकिस्तानी जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या उड़ान संख्या पीके -8303 की दुर्घटना पायलट की गलती से हुई या एक तकनीकी गड़बड़ी के कारण हुई है। देश के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएए) द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार, एयरबस ए -320 के इंजनों ने पायलट द्वारा विमान उतारने के पहले प्रयास में तीन बार रनवे को स्पर्श किया था, विशेषज्ञों को इन तीन प्रयासों के दौरान विमान का निचला हिस्सा क्षतिग्रस्त होने के सबूत मिले हैं।