चौंक जायेंगे जान: किचन के इस सामान में होते है मल के बराबर बैक्टीरिया
कोलकाता टाइम्स :
झूठे बर्तनों को साफ किए जाने वाले स्पंज में भी कीटाणु हो सकता है। क्या आपने कभी सोचा है। जर्मनी के वैज्ञानिकों ने बर्तन धोने वाले स्पंज में लगे कीटाणुओं का विस्तृत अध्ययन किया है। उनका मानना है कि बर्तन धोने वाला स्पंज पूरी तरह से बैक्टीरिया से भरा होता है।
जर्मन साइंटिस्ट ने 14 घरों के स्पंज को लेकर उसमें पाए जाने वाले बैक्टीरिया के डीएनए का अध्ययन किया और उसमें पाया कि मोराक्सेला ऑस्लोएन्सिस जैसे बेक्टीरिया भरे पड़े है। ये उन लोगों में आसानी से फैल जाते है, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है।
रिसर्च का हिस्सा रही डॉ कार्डिनाल का कहना है कि हमारी सोच कहीं ज्यादा बैक्टीरिया इसमें रहते है। इस शोध में इस बात का भी जिक्र है कि स्पंज को बार-बार साबुन से धोने से भी वो साफ और सेफ नहीं है। बल्कि साबुन और पानी मिलकर बैक्टीरिया को और अधिक मजबूत बना देता है।
शोधकर्ताओं ने जब स्पंज को माइक्रोस्कोप के नीचे रखा तो पा.ा कि उसमें इतने बैक्टीरिया है, जितने मल में होते है। खतरे की बात यह है कि इन्हें उबालने या माइक्रोवेब में रखने से भी ये मरते नहीं है। एक्सपर्टस स्पंज को ब्लीच से धोने का सुझाव देते है।
9ः1 के अनुपात में पानी और ब्लीच लेकर स्पंज साफ करें। 30 सेकेंड छोड़ दें और धूप में सूखा दें। या फिर हर सप्ताह स्पंज बदल लेना भी एक विकल्प है। इस शोध को ऑनलाइन जर्नल साइंटिफिक रिपोर्ट्स में प्रकाशित किया गया है।