भूख-कोरोना से बदहाल पाकिस्तान, इमरान ले रहे 135 व्यंजनों का शाही लुफ्त
कोलकाता टाइम्स :
इमरान खान ‘नए पाकिस्तान’ के निर्माण के वादे के साथ सत्ता में आये थे । उन्होंने भ्रष्टाचार को समाप्त करने की कसम खाई थी। उन्होंने कहा था कि वह सेना नहीं बल्कि जनता के लिए काम करेंगे, लेकिन उन्होंने एक भी वादा पूरा नहीं किया। प्रधानमंत्री बनते ही उन्हें अपना वेतन कम नजर आने लगा। उन्होंने आम नागरिकों के स्थान पर सेना के जनरलों को सरकार में उच्च पदों पर बैठाना शुरू कर दिया। इमरान ने अपने मंत्रियों के भ्रष्टाचार पर भी चुप्पी साधे रखी। इतना ही नहीं कोरोना से मुकाबले के लिए मिली आर्थिक सहायता राशि को उन्होंने बिलों का भुगतान करने में खर्च कर दिया।
इमरान सरकार के आने के बाद भी पाकिस्तान की जनता पहले भुखमरी से मर रही थी अब भूखों पेट कोरोना से मर रही है। लेकिन वहीं पाकिस्तान के आजम इमरान खान के शाही अंदाज में कोई कमी नहीं आई है। हाल ही में इमरान खान की उत्तर-पश्चिमी सिंध स्थित लरकाना की यात्रा के दौरान उनके लिए 135 पारंपरिक व्यंजन परोसे गए। यहां गौर करने वाली बात यह है कि खान कोरोना संक्रमित मरीजों से भरे अस्पतालों के कामकाज की समीक्षा करने के लिए गए थे। सिंध सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावितों इलाकों में से एक है।
मीडिया रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि अस्पतालों का जायजा लेने गए प्रधानमंत्री के काफिले में कम से कम 37 प्रोटोकॉल वाहन शामिल थे। कोरोना महामारी से निपटने के लिए पाकिस्तान में जरूरी स्वास्थ्य संसाधनों की भारी कमी है और खाद्य क्षेत्र में भी उसकी स्थिति दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है। लेकिन इमरान खान को इन सबसे कोई मतलब नहीं, उनके शाही अंदाज में कोई कमी नहीं आई है।
अंदरूनी परेशानियों के जूझने के बावजूद इमरान खान भारत से उलझ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तानी सेना द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन किया जा रहा है। 7 जून से, पाकिस्तान ने कई बार भारतीय गांवों और सैन्य चौकियों को निशाना बनाया है। संघर्ष विराम उल्लंघन के इस पैटर्न से कहीं न कहीं यह साफ होता है कि पाकिस्तान भारत को उकसाने के लिए चीन जैसी चाल चल रहा है।