8000 लोगों का कातिल, लेकिन हर घर का हीरो
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कोलकाता टाइम्स :
बोस्निया का पूर्व मिलिट्री कमांडर ‘रातको म्लादिक’ अपने युद्ध अपराधों की सजा का इंतजार कर रहा है। म्लादिक पर 8000 मुस्लिमों को जान से मारने के आरोप हैं। म्लादिक यूरोप का हाई प्रोफाइल वॉर क्राइम सस्पेक्ट में से एक है। हालांकि, इसके बावजूद गांव के लोगों के लिए ये अब भी किसी हीरो से कम नहीं है।
1. म्लादिक के एक अन्य कजिन ‘दुस्को म्लादिक’ ने कहा कि वो किसी को जान से नहीं मार सकता।
2. मुस्लिम पड़ोसी इकट्ठे हो गए थे और जिसे उसने जगह छोड़ने की वॉर्निंग दी थी।
3. दुस्को का कहना है कि मैं अब भी उस गांव में गया हूं और वहां के मुस्लिमों के साथ काम किया है। उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है।
4. हालांकि, गांव के लोगों को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं म्लादिक को इस मामले में वॉर क्राइम का दोषी न ठहरा दिया जाए।
5. 2011 में पकड़ा गया जनरल म्लादिक अब भी किसी हीरो की तरह हैं। वहीं उन्हें 1992-1995 में चले युद्ध के दौरान देश के रक्षक की तरह सम्मानित किया गया था। जिसमें एक लाख लोग मारे गए थे।
6. म्लादिक को मानवता के खिलाफ अपराध और नरसंहार के चार्जेस लगे हैं जिसपर पांच साल से ज्यादा वक्त से इसकी सुनवाई चली।
7. मिलिट्री में रहते हुए उसने रेब्रिनिका टाउन को न सिर्फ कब्जे में लिया, बल्कि 8000 निहत्थे मुस्लिम मर्दों और लड़कों को मारने का ऑर्डर दे दिया था।
8. इतना ही नहीं, म्लादिक ने बोस्नियाई राजधानी साराजेवो की घेराबंदी के दौरान नागरिकों पर तोपें तक चलवा दी थीं।
9. हालांकि, दो दर्जन की आबादी वाले उसके गांव में अब भी वो लोगों के लिए हीरो हैं और ज्यादातर लोग म्लादिक के रिश्तेदार हैं।
10. गांव के हर मकान और केबिन्स में म्लादिक का पोर्ट्रेट लगा है, जहाँ लोग उनकी तारीफ करते नहीं थकते।