भारत के लिए साजिस की बू : कोरोना मरीज नहीं पाकिस्तानी सैनिकों के लिए 50 % बेड रिजर्व
कोलकाता टाइम्स :
लद्दाख बॉर्डर के अलावा कश्मीर में एलओसी (नियंत्रण रेखा) और जम्मू में इंटरनैशनल बॉर्डर पर भी सुरक्षा को पहले से मजबूत किया गया है। हालांकि भारतीय सेना की तरफ से कुछ साफ नहीं किया जा रहा है। लेकिन अंदरखाने तैनाती को बढ़ाया जा रहा है। सेना से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इसके पीछे कारण यह है कि पाकिस्तान और लद्दाख बॉर्डर पर दूसरी तरफ हलचल बढ़ी है।
ऐसे में भारतीय सेना कोई पूरी तरह मुस्तैद है। कश्मीर में स्कूलों को खाली करवाए जाने और खाने-पीने के सामान का भंडारण करने के लिए मौसम खराब होने पर हाईवे बंद होने को वजह बताया जा रहा है। दूसरी तरफ अमरनाथ यात्रा भी है। इसलिए तैनाती और सामान को स्टॉक किया जा रहा है।
सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तानी सेना ने अपनी तरफ जम्मू-कश्मीर के बॉर्डर से लगते इलाके में स्थित अस्पतालों में 50 प्रतिशत बिस्तर पाकिस्तानी सेना के लिए आरक्षित रखने का निर्देश दिया है। पाकिस्तानी वायुसेना के तीन एयरबेस को भी अलर्ट पर रखा गया है। चीनी वायुसेना के अधिकारियों की एक टीम ने इन एयरबेस का जायजा लिया है। पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के अधिकारियों का एक दल पाकिस्तान में था. यह दल वहां करीब 10 दिन रुका और टीम ने वहां पाक सेना की कई फॉरवर्ड पोस्ट और कुछ खास आतंकी शिविरों का दौरा किया।
लद्दाख में चीन से भारत के बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तानी सेना भी साजिशों में जुट गई है। शायद इसीलिए नियंत्रण रेखा से सटे क्षेत्रों में ऑपरेशनल तैयारियों को तेज कर दिया गया है। कोरोना संक्रमण के बावजूद पाकिस्तानी सेना ने अपने अस्पतालों में 50 प्रतिशत बिस्तर पाकिस्तानी सेना के लिए आरक्षित रखने का निर्देश दिया है।