इसे दूध नहीं ‘सफेद सोना’ कहिये, क्योंकि …
कोलकाता टाइम्स :
आप सभी ने गाय, भैस, बकरी का दूध तो पिया होगा लेकिन क्या आपने कभी ऊंटनी का दूध पीते हुए सुना है। कई देश ऐसे भी है जहां ऊंटनी का दूध पिया जाता है और सिर्फ पिया ही नहीं बल्कि इसे सफ़ेद सोना भी कहा जाता है। जी हाँ… ऊंटनी के दूध से होने वाले फायदे के कारण इसे सफ़ेद सोना कहा जाता है. यूनाइटेड अरब अमीरात में ऊंटनी का दूध पीने वालो की कमी नहीं है। ऊंटनी एक दिन में करीब 7 kg दूध देती है और इसका दिन में दो बार भी दूध निकाला जा सकता है। गाय के दूध के मुकाबले ऊंटनी के दूध में लगभग आधा फैट रहता है। साल 2008 में ऊंटनी के दूध से चॉकलेट बनाने का काम शुरू हुआ था।
कई रिसर्च के बाद ये पता चला है कि कमजोर दिल वाले बच्चो को ऊंटनी का दूध पिलाने से उनका दिमाग तेज होता है। ऊंटनी के दूध पीने से डाइबिटीज का खतरा भी कम हो जाता है। ऊंटनी के दूध में सिर्फ 52% ही इंसुलिन होता है और इस दूध के इतने फायदे को देखते हुए इसका इस्तेमाल दवाई बनाने के लिए भी किया जा रहा है। खास बात तो ये है कि भारत में भी बड़ी मात्रा में ऊंटनी का दूध पिया जाता है। राजस्थान, अहमदाबाद, सूरत, पुणे और मुंबई में इस दूध की बहुत डिमांड है। भारत में तो ऊंटनी के दूध की कीमत 20 रुपए से 200 रुपए लीटर है लेकिन विदेशो में इसकी कीमत 4,000 से लेकर 7,000 रूपए लीटर तक है।