अब तक सांस लेने का तरीका ही आपको नहीं था पता, यह है सही तरीका
कोलकाता टाइम्स :
पहला तरीका: सही ढंग से सांस लेने के लिए पहला तरीका यह हो सकता है कि आप ओम उच्चारण को लंबा खींचें। इससे आपके सांस छोड़ने का समय अपने आप लंबा हो जाएगा।
दूसरा तरीका: संस्कृत में एक शब्द है उज्जयी, जिसका मतलब होता है विजेता। कहते हैं उज्जई सांस लेने का तरीका ‘विजेताओं के सांस लेने का तरीका होता है। उज्जयी श्वसन में गले से धीरे-धीरे कर सांस छोड़ी जाती है। इस दौरान अपना ध्यान गले से होने वाली आवाज पर रखें। सांस छोड़ते हुए गले से कुछ हिस्ससस… जैसी आवाज आएगी. काफी हद तक दूर से समुद्र से आने वाली आवाज की तरह।
तीसरा तरीका: दाईं और बाईं नाक से बारी-बारी से सांस लें। आम भाषा में इसे प्राणायाम कह सकते हैं. प्राणायाम प्रणाली से सांस लेने पर हमारे दिमाग का दोनों भाग एक साथ काम करता है। दाईं नाक को दबाने पर आप बाईं ओर से सांस लेते हैं. इस प्रक्रिया के दौरान हमारे दिमाग के दाएं भाग तक ऑक्सीजन पहुंच जाता है।
सावधानी: नियमित व्यायाम, हेल्दी डाइट और इंफेक्शन से दूर रहकर हम अपने फेफड़ों की सेहत को काफी दुरुस्त कर सकते हैं और प्रदूषण के प्रभावों से भी दूर रह सकते हैं। अपने श्वसन तंत्र को मजबूत करने के लिए इन बातों पर ध्यान दें। स्मोकिंग ना करें और स्मोकिंग करने वालों के साथ भी ना रहें। लकड़ी के धुएं के पास ना खड़े हों। कार का इंजन बेवजह चालू रखकर उसमें बैठे न रहें।