रोग भी भगाता है मंदिर, जानें 5 वैज्ञानिक फायदे
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कोलकाता टाइम्स :
हममें से ऐसे कई लोग हैं जो दिन की शुरुआत पूजा-पाठ से करते हैं. भले ही व्यस्त जीवनशैली के चलते लोग मंदिर न जा पाते हों लेकिन लगभग सभी के घरों में भगवान का एक छोटा-सा मंदिर जरूर होता है। घरों में मंदिर होना एक तरह की सकारात्मकता ऊर्जा का संचार करता है लेकिन मंदिर जाने के सिर्फ आध्यात्मिक लाभ ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से आपके स्वास्थय के लिए भी बहुत अच्छा है. आपको जानकर हैरानी होगी कि मंदिर जाने से कई फायदे होते हैं।
ब्लड प्रेशर पर असर
मंदिर के अंदर नंगे पैर जाने से यहां की सकरात्मक ऊर्जा (पॉजिटिव एनर्जी) पैरों के जरिए हमारी बॉडी में प्रवेश करती है। नंगे पैर चलने के कारण पैरों में मौजूद प्रेशर प्वाइंट्स पर दवाब भी पड़ता है, जिससे हाई BP की प्रॉब्लम कंट्रोल होती है।
एकाग्रता बढ़ती है
मंदिर जाने से ही नहीं बल्कि चंदन का तिलक माथे पर लगाने से दिमाग शांत होता है क्योंकि चंदन में शीलता होती है मंदिर में चंदन का तिलकर लगाकर कुछ देर आंख बंद करके मौन बैठने से एकाग्रता शक्ति बढ़ती है।
ऊर्जा का स्तर ऊंचा होता है
रिसर्च कहती है, जब हम मंदिर का घंटा बजाते हैं, तो 7 सेंकड तक हमारे कानों में उसकी आवाज गूंजती है। इस दौरान बॉडी में सुकून पहुंचाने वाले 7 प्वाइंट एक्टिव हो जाते हैं। इससे एनर्जी लेवल बढ़ाने में हेल्प मिलती है।
तनाव मुक्ति के लिए
मंदिर का शांत माहौल और शंख की आवाज मानसिक तौर पर हमें शांत और सुकून पहुंचाता है. इससे तनाव दूर होता है।
बेहतर नींद आना
मंदिर जाने से रात में मन शांत रहता है। साथ ही दिमाग में व्यर्थ के विचार नहीं आते जिससे मन शांत रहता है और नींद बेहतर आती है।