दाऊद को पीछे छोड़ सुर्ख़ियों में यह डॉन, कराची जेल में रहकर भी ‘बिज़नेस’ टॉप पर
कोलकाता टाइम्स :
भारत और पूरी दुनिया में माना जाता है कि बंदरगाह शहर कराची की सत्ता अंडरवर्ल्ड डान दाऊद इब्राहिम के इशारे पर चलती है। लेकिन सिंध में इमरान के मंत्री अली हैदर जैदी की तरह कई लोगों का मानना है कि संगठित अपराध पाकिस्तान के इस बड़े शहर में मंत्रियों के गुटों के रूप में फैल गया है। इस प्रांत में पीपीपी सत्ता में है।
भुट्टो परिवार पर विपक्षी दलों द्वारा ये आरोप लगाया जाता रहा है कि वो अंडवर्ल्ड डॉन उजैर बलोच को संरक्षण देते रहे हैं जबकि वो 150 लोगों की हत्या में संलिप्त रहा है। उजैर अभी कराची सेंट्रल जेल में बंद है और जेल से ही अपने गैंग का संचालन करता है।
बताया जाता है कि भारत का मोस्ट वांटेड भगोड़ा दाऊद इब्राहिम पॉश क्लिफ्टन इलाके में रहता है और वो ड्रग, उगाही, फिरौती के लिए अपहरण जैसे अपराधों को लेकर स्थानीय प्रतिद्वंद्विता से लगातार खुद को दूर रखे हुए है।
दाऊद की कुख्यात डी-कंपनी इंटरनेशनल सिंडिकेट क्राइम और हवाला ऑपरेशंस पर ज्यादा फोकस करता है। अभी तक डी कंपनी का ल्यारी गैंग्स से कोई विवाद सामने नहीं आया है। ल्यारी कराची में स्थित घनी आबादी वाला इलाका है। ल्यारी आपराधिक गिरोहों, ड्रग्स और बंदूक के कारोबार के लिए कुख्यात है।
इस समय उजैर बलोच से संबद्ध ल्यारी गैंग्स का इस बंदरगाह शहर पर राज है और जहां अंडरवर्ल्ड मुख्य रूप से अफगानिस्तान से ड्रग्स की तस्करी पर फल-फूल रहा है। उजैर 2013 में लाइमलाइट में तब आया था जब उसने अंडवर्ल्ड के दिग्गज पप्पू अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उजैर की उम्र अभी 41 साल है।
करांची पुलिस के रिकार्ड के अनुसार उजैर पॉश डिफेंस हाउसिंग एरिया (डीएचए) में 20 हथियारबंद लोगों के साथ उसके घर गया। वहां अशरफ और उसके दो साथियों का पहले अपहरण कर लिया और फिर बाद में हत्या कर दी।