चीन की इस गणित को बिगाड़ने के लिए मोदी ने सभी मंत्रालयों को दिया यह आदेश
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कोलकाता टाइम्स :
देश मे चीन से आयातित बेतहाशा प्लास्टिक के खिलौने से सरकार बेहद चिंतित है। आलम ये है कि देश के बाजारों में बिक रहे बच्चों के प्लास्टिक के खिलौने में चीन का जबरदस्त दबदबा है। स्थिति ये है कि 70% प्लास्टिक खिलौने इम्पोर्ट किए जाते हैं, जबकि केवल 30-35% खिलौने ही देश मे बनते हैं।
इसी बिगड़े गणित को सुधारने के मकसद से सरकार प्लास्टिक टॉयज के इम्पोर्ट पर रोक और देश मे ही प्लास्टिक टॉयज के मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना चाहती है। देश मे प्लास्टिक टॉयज या बच्चों के खिलौने बनाने को बढ़ावा देने के मकसद से पीएम नरेंद्र मोदी ने अन्य कैबिनेट मंत्रियों और उच्च अधिकारियों के साथ अहम बैठक की।
बैठक मे पीएम मोदी ने तमाम मंत्रालय को आदेश दिया कि ऐसी नीति और माहौल बनाया जाए ताकि राज्यों में प्लास्टिक टॉय बनाने के लिए क्लस्टर बनाए जा सकें। ये विशेष क्लस्टर ना केवल देश मे बच्चों के लिए खिलौने बनाएंगे बल्कि देश मे बने खिलौने विदेशों में भी एक्सपोर्ट किए जा सके।
वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत मिशन को भी प्लास्टिक टॉय मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देकर सफल बनाने पर पीएम मोदी ने जोर दिया।