संसद भवन में उल्टे पंखें की वजह जानकर चौंक जाएगे आप
भारत देश जब आजाद नहीं हुआ था उसके पहले ही संसद बन गई थी। इसे अंग्रेजों द्वारा निर्मित किया गया है। संसद के निर्माण में 7 साल का समय लगा था। उस दौरान यह 83 लाख रूपए की लागत से बना था। इसकी नींव ड्यूक आॅफ क्नॉट ने 12 फरवरी 1921 में रखी थी। इसका उद्घाटन गवर्नर जनरल लॉर्ड इर्विन ने 1927 में किया था। इस भवन में 144 खंभे लगे हैं, भवन के 12 द्वार हैं जिसमें से प्रमुख द्वार संसद मार्ग से दिखाई देता हैं। यह बातें बहुत कम लोग जानते हैं।
वहीं बात की जाए संसद में लगे उल्टे पंखे की तो आपको बता दें कि जब संसद भवन बना है तब से ही यहां उल्टे पंखे लगे हैं और उसे अब कोई बदलना भी नहीं चाहता। ऐसा इसलिए ऐतिहासिक चीज से कोई छेड़छाड़ नहीं करना चाहता हैं इसलिए यहां पर पंखे उल्टे लगे हैं।