इस अस्पताल को मरीजोने बनाया घर देते हैं किराया
कोलकाता टाइम्स :
1960 के दशक में बीजिंग में शुरु हुआ यांग्जिया हास्पिटल पिछले कई वर्र्षों से कुछ मरीजों का स्थायी निवास बन गया है। ये मरीज यहां के मेडीकल स्टाफ के साथ इसी अस्पताल में ही रहते हैं।
दरअसल सन् 2000 में ये कंपनी दीवालिया हो गई थी और अस्पताल सरकार के अधीन कर दिया गया था।
अस्पताल की माली हालत खराब होने की वजह से मरीजों के परिवार से यहां रहने का प्रतिदिन 66 रुपए किराया लिया जाता है। ये मरीज कैम्पस में ही रहते हैं, वहीं सब्जी उगाते हैं, खाना बनाते हैं और यही अस्पताल में उनका इलाज भी होता है।
पहले इस अस्पताल में 400 मरीजों के इलाज की सुविधा थी। लेकिन बाद में अस्पताल की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से घटती गयी। अब यहां नये मरीज तो बिल्कुल भी नही आते हैं। लेकिन मरीजों से रेंट लेने का तरीका काम आया है साथ ही इंश्योरेंस से मिलने वाले पैसों से भी इसकी माली हालत में मामूली सुधार हो रहा है