तुलसी से मिलते हैं बाझपन से निजात
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कोलकाता टाइम्स :
तुलसी एक पूजनीय और औषधीय पौधा है. इसकी कई किस्म होती है. लोग तुलसी का पौधा घर के दरवाजे पर या आंगन में लगाते हैं. तुलसी में अनेक जैव सक्रिय रसायन पाए जाते हैं . इसके सेवन से मनुष्य सदा स्वस्थ रहता है . तुलसी का पौधा ऐसी औषधि है जो ज्यादातर बीमारियों में काम आता है . आइये जानते हैं कि तुलसी का उपयोग किन बीमारियों में होता है-
बांझपन – मासिक-धर्म के दिनों में तुलसी के बीजों का काढ़ा बनाकर कुछ दिनों तक सेवन करने से गर्भाशय विकार रहित होकर गर्भाधान के योग्य हो जायेगा .
हिचकी – तुलसी का रस 10 ग्राम व शहद 5 ग्राम मिला लें, इसे पीने से हिचकी बंद हो जायेगी .
बिच्छू द्वारा काटने पर – तुलसी की जड़ तथा तुलसी के पत्ते पीसकर दंशित स्थान पर लेप करें और 7-8 दाने कालीमिर्च तथा लगभग एक मुट्ठी काली तुलसी की पत्तियां पीस लें .
बर्र या काले भौरों के काटने पर – दंशित स्थान पर तुलसी के पत्तों के रस में एक चुटकी सेंधा नमक मिलाकर लेप करें, साथ ही तुलसी की कुछ पत्तियां चबायें .