वैक्सिंग कराती हैं तो सावधान, हो सकती है सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिसीज
कोलकाता टाइम्स :
जो महिलाएं अक्सर बिकनी वैक्स कराती हैं उनमें सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज यानी एसटीआई होने का खतरा होता है। एक अध्ययन के मुताबिक, वैक्सिंग से सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिसीज (STI) के होने का खतरा बढ़ जाता है। अध्ययन में पाया गया कि प्यूबिक हेयर (वजाइना के बाल) हटाने के दौरान वायरस या बैक्टीरिया शरीर के अंदर चले जाते हैं। यानी एसटीडी के बढ़ने के कारणों में एक कारण प्यूबिक हेयर रिमूव भी बताया गया।
अध्ययन के मुताबिक, महिलाओं में प्यूबिक हेयर को सजाने और संवारने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। वैक्सिंग सुंदरता पाने का सुरक्षित तरीका नहीं है। दरअसल, वैक्सिंग से त्वचा और उसके अंतर्निहित संरचनाओं को नुकसान पहुंच सकता है। स्टडी में ये भी पाया गया कि दूषित वैक्सिंग टूल के जरिए बैक्टीरिया ट्रांसफर होते हैं। साथ ही ये बात भी सामने आई कि प्यूबिक हेयर वैक्सिंग करने स्किन जलने का भी एक कारण होता है। इससे पहले भी कई शोधों में ये बात साबित हो चुकी है कि बिकनी वैक्सिंग से सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज का खतरा बढ़ जाता है।
बैक्टिरियल इंफेक्शन से बचने के लिए वैक्सिंग के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला औजार का साफ होना बहुत जरूरी है।अगर आप वैक्सिंग के बाद टाइट कपड़े पहनेंगी तो जलन-सूजन जैसी परेशानी भी हो सकती है। अच्छा होगा कि वैक्स के बाद कॉटन के इनरवेयर या फिर ढीले-ढाले कपड़े पहनें। पीरियड्स से पहले ब्राजीलियन वैक्सिंग कराने से बचें।