मौत से जुड़े वो अंधविश्वास जिस पर लोग विशवास करते हैं
कोलकाता टाइम्स :
मौत होना स्वाभाविक है. दुनिया में अगर आप आए है तो आपकजो एक ना एक दिन इस दुनिया को अलविदा भी कहना ही होगा. ऐसे में मौत होने को कोई नहीं रोक सकता क्योंकि मौत होना तय है. ऐसे मेंमौत को लेकर कई लोगों के बीच कई प्रकार के अंधविश्वास है जो आज हम आपको बताने जा रहे है. जी हाँ, आज हम आपको बताएंगे मौत से जुड़े कुछ ऐसे अंधविश्वास जिनके बारे में जानकार आपको हैरानी होगी.
आँखों को बंद करना – अक्सर ही हम सभी ने टीवी में देखा है कि किसी की मौत होते ही उसकी आँखे बंद हो जाती है लेकिन ऐसा जरुरी नहीं है मौत के बाद आँखे बंद नहीं होती है और ना ही उन्हें बंद करने का कोई रिवाज है. अगर मौत के बाद आँखे खुली भी रहेंगी तो कोई समस्या नहीं है. आँखे बंद करने को लेकर कोई रिवाज नहीं है.
कुत्ते का रोना – कहते हैं कुत्ते का रोना बुरा होता है और कुत्ते का रोना किसी की मौत का संकेत देता है. अगर आप भी ऐसा मानते हैं तो आपका मानना गलत है क्योंकि ऐसा कुछ नहीं होता है. कहते हैं कि कुत्ते के पास छठी इंद्री होती है जिससे उसे पता चल जाता है कि कोई मरने वाला है लेकिन ऐसा कुछ नहीं है.
अंतिम संस्कार के बाद शुद्धिकरण – बहुत से लोग जब अंतिम संस्कार से वापस आते हैं तो घर में किसी को नहीं छूटे ना ही कोई सामन छूते है क्योंकि वह मानते हैं कि जिसके अंतिम संस्कार से वह आए है उसे कोई छूत की बिमारी हुई तो वह उनके घरवालों को ही हो जाएगी. इस वजह से लोग नहाने के बाद घर में जाते हैं. यह केवल एक परम्परा है वाकई में ऐसा कुछ होता नहीं है.