मकर संक्रांति के दिन जरूर करें इन मंत्रों का जाप मिलेगी विशेष कृपा
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कोलकाता टाइम्स :
हिंदू धर्म में मकर संक्रांति पर्व का विशेष महत्व है। सूर्य देव द्वारा धनु राशि से निकल कर मकर राशि में प्रवेश करने की घटना को मकर संक्रांति कहते हैं। मकर संक्रांति के मौके पर सूर्य देव की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। लोगों की ऐसी आस्था है कि इस दिन भगवान सूर्य से मांगा गया वरदान पूरा होता है। इस लेख में हम मकर संक्रांति पर्व के लिए विशेष सूर्य मंत्र लेकर आए हैं। इन मंत्रों का उच्चारण कम से कम 11 बार जरूर करें और मन में अपनी मनोकामना कहें। भगवान सूर्य की कृपा आप पर जरूर होगी।
1. ॐ घृणिं सूर्य्य: आदित्य:
2. ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणाय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।
3. ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:।
4. ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ ।
5. ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः।
6. यह मकर संक्रांति का विशेष मंत्र है।
आप संक्रांति वाले दिन में किसी भी समय सूर्य की ओर मुंह करके इसका जाप कर लें। भास्करस्य यथा तेजो मकरस्थस्य वर्धते। तथैव भवतां तेजो वर्धतामिति कामये।। मकरसंक्रांन्तिपर्वणः सर्वेभ्यः शुभाशयाः।