चर्मरोग के रोगी ना खाये जिमीकंद
कोलकाता टाइम्स :
जिमिकंद एक गुणकारी सब्जी है, जिसमें कई तरह के गुण हैं, इनको खाने से बीमारियां दूर होती हैं और शरीर निरोग रहता है, इनके गुणों को जानकर इससे दूर नहीं रह पायेंगे आप.
1-जिमीकंद में पाया जाने वाला कॉपर लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाकर शरीर में ब्लड के फ्लो को दुरुस्त करता है. और आयरन ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करने में मदद करता है.
2-जिमीकंद में अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी और बीटा कैरोटीन पाया जाता है जो कैंसर पैदा करने वाले फ्री रैडिकल्स से लड़ने में सहायक होता है. साथ ही इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण यह आहार गठिया और अस्थमा रोगियों के लिये सबसे अच्छा होता है.
3-जिमीकंद में पोटैशियम की मौजूदगी के कारण यह पाचन क्रिया को दुरुस्त करने में मदद करता है. इसे नियमित खाने से कब्ज और खराब कोलेस्ट्रॉल की समस्या दूर हो जाती है.
4-फाइबर से भरपूर होने के कारण जिमीकंद के सेवन से आपको भरा हुआ महसूस होता है. जिससे आप आसानी से वजन कम कर सकते हैं. अगर आप भी अपना वजन कम करना चाहते हैं तो जिमीकंद को अपने आहार में शामिल करें.
5-आयुर्वेद के अनुसार जिमीकंद उन लोगों को नहीं खाना चाहिए जिनको किसी भी प्रकार का चर्म या कुष्ठ रोग हो. जिमिकंद ड्राई, कसैला, खुजली करने वाला, रुचिकारक, चरपरा, कफ व बवासीर रोगनाशक है. इसे आप कभी-कभार इसलिए खा सकते हैं, क्योंकि इसमें ओमेगा-3 होता है और इसमें भरपूर मात्रा में आयरन भी पाया जाता है.