July 1, 2024     Select Language
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चीन का मुँह काला : आखिर मानी गलवान घाटी में मारे गये उनके इतने सैनिक

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कोलकाता टाइम्स :
से दिल्ली की कूटनीतिक जय ही मानी जा रही है। गलवान में भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प के करीब आठ महीने बाद चीन ने पहली बार कबूल किया है कि जून में गलवान में हुई झड़प में उसके चार सैनिक मारे गए थे। इन सभी सैनिकों को चीन ने अपने यहां हीरो का दर्जा दिया था। अब तक चीन ने अपने सैनिकों के मारे जाने को लेकर चुप्पी साध रखी थी।

अब पहली बार चीन ने अपने चार सैनिकों के मारे जाने की बात कबूल की है। हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि चीन यहां भी धोखा कर रहा है और अपने मारे गए सैनिकों की असली संख्या छिपा रहा है। हालांकि, सीजीटीएन ने गलवान का नाम नहीं लिया है और कहा है कि जून के महीने में एक सीमा विवाद में ये क्षति हुई है। लेकिन ग्लोबल टाइम्स ने साफ लिखा है कि गलवान घाटी की हिंसा में ये हानि हुई है।

भारत और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया का मानना है कि चीन के कम से कम 45 सैनिक गलवाव घाटी की हिंसा में मारे गए थे। चीन की सेंट्रल मिलिट्री कमीशन ने ये सम्मान पीएलए सैनिकों को दिया है। चीन के राष्ट्रपति, शी जिनपिंग सीएमसी के चैयरमैन हैं।

भारतीय सेना और चीन के बीच जून 2020 गलवान घाटी में हुई झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे।  हालांकि इस झड़प में कोई गोली नहीं चली थी लेकिन संघर्ष इतना खूनी था कि भारत को अपने 20 अनमोल सैनिकों की शहादत सहनी पड़ी। चीन के भी 45 सैनिकों के हताहत होने की खबर आई थी।

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