अविवाहितों के लिए अच्छा नहीं होता है यह खास दिन, जानिए क्यों?
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कोलकाता टाइम्स :
ज्योतिषविदों के मुताबिक चंद्र ग्रहण का असर लोगों के जीवन पर होता है इसलिए लोगों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है इसलिए आज के दिन भी भारतीयों को खास ध्यान रखना जरूरी है, मालूम हो कि चंद्र ग्रहण इसको लेकर काफी मान्यता है।
ऐसी ही एक मान्यता ये है कि चंद्र ग्रहण को अविवाहित लोगों को नहीं देखना नहीं चाहिए क्योंकि ऐसा करने से इन लोगों की शादी में काफी अड़चनें आती हैं, इन लोगों की शादी या तो रूक जाती है या फिर मुश्किलों से गुजरती है, दरअसल चंद्रमा को लोग श्रापित मानते हैं , उसका वैवाहिक जीवन भी काफी मुश्किलों से गुजरा था इसलिए लोग कुंवारे लोगों को ग्रहण देखने से रोकते हैं।
चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा को लगता है खगोलशास्त्र के मुताबिक चंद्र ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा और सूर्य के बीच में पृथ्वी आ जाए, तो उसे चंद्र ग्रहण कहते हैं, इस दौरान पृथ्वी की छाया से चंद्रमा पूरी तरह या आंशिक रूप से ढक जाता है, इस स्थिति में पृथ्वी सूर्य की किरणों को चंद्रमा तक नहीं पहुंचने देती है,
चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा को लगता है और इसे नग्न आंखों से भी देखा जा सकता है, इस खगोलीय घटना से मनुष्य की आंखों पर कोई असर नहीं पड़ता है। ग्रहण काल में रखें इन बातों का ख्याल ग्रहण काल में भोजन न करें।
गर्भवती स्त्रियां बाहर न निकलें।
सहवास न करें, झूठ न बोलें और ना ही सोए ।
मांस-मदिरा का सेवन ना करें।
प्याज-लहसुन भी ना खाएं।
झगड़ा-लड़ाई से बचें।
पूजा स्थल को स्पर्श ना करें।
इस दौरान शिव और गायत्री का जाप करना चाहिए।
चंद्र ग्रहण के दौरान कोई भी नया या महत्वपूर्ण काम शुरू न करें।
चंद्र ग्रहण के बाद भोजन और कपड़े दान करना शुभ माना जाता है।