शादी में अगर बारिश होती है तो होता है यह ….
कोलकाता टाइम्स :
भारत में शादी का माहोल होता है एक त्यौहार की तरह दिखाई देती है. फिर आप चाहे वर पक्ष से हों या फिर वधु पक्ष की ओर से हों तैयारियां तो दोनों तरफ से जोरों-शोरों से ही होती हैं. लेकिन शादी को लेकर कई सारी मान्यताएं भी हैं. यही तो कारण है कि अक्सर भारतीय शादियां ‘बिग फैट वेडिंग’ लिस्ट का हिस्सा बनती हैं. शादी में अगर बारिश हो जाती है तो कई तरह की मान्यताएं मानी जाती हैं. उन्ही के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं.
* दरअसल विभिन्न मान्यताओं में शादी के दिन बारिश हो जाने जैसी बात से कई सारे विश्वास एवं अंधविश्वास जुड़े हैं. कोई कहता है यह गुड लक है तो कोई भगवान से यह मिन्नतें करता है कि काश मेरी शादी के दिन बारिश ना हो, क्योंकि यह एक बुरा प्रभाव माना जाता है.
* बारिश एक मुसीबत : बारिश जब कोई जरूरी काम करना हो तो मुसीबत भी बन जाती है. सड़कों पर बारिश का पानी इकट्ठा हो जाने से कहीं आने-जाने में दिक्कतें आती हैं. यदि आपके पास गाड़ी नहीं है तो कहीं भी जाने के लिए भीगते हुए जाना पड़ता है.
* सामान्य नज़रिये से देखें तो शादी एक ऐसा दिन है जब कोई भी वर या वधु किसी भी प्रकार की अड़चन को पसंद नहीं करता. लेकिन जब बात बारिश जैसी प्राकृतिक घटना की हो, तो यह किसी के वश में नहीं.
* मान्यताएं : हिन्दू संस्कृति में शादी के दिन होने वाली वर्षा को ‘रिश्तों की मजबूती’ से भी जोड़ा जाता है. कहते हैं शादी के दिन वर्षा का पानी जब वर-वधु को एक साथ बांधने वाली ‘कन्यादान की गांठ’ पर पड़ता है तो वह उसे मजबूत बना देता है.