फेसबुक पोस्ट खोले आपके डायबिटीज या डिप्रेशन का राज

कोलकाता टाइम्स :
कई लोग सुबह-शाम तक सोशल मीडिया में कई घंटे निकाल देते है। लेकिन अब आपको जानकर हैरानी होगी कि फेसबुक पर की गई पोस्ट से आपकी बीमारी का मालूम किया जा सकता है। हाल ही में हुए एक नये शोध में यह बात सामने आई हैं कि फेसबुक पोस्ट से बीमारियों का पता लगाया जा सकता है। शोध में यह पाया गया है कि सोशल मीडिया पोस्ट से इंसान के मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जानकारी मिल सकती है।
यही नहीं सोशल मीडिया पोस्ट से डायबिटीज की बीमारी का भी पता लगाया जा सकता है। शोध के जरिए वैज्ञानिकों का यह दावा है कि सोशल मीडिया उपयोग करने वाले इंसान का अपने शारीरिक और मानसिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए सोशल मीडिया में पोस्ट शेयर करते है। वैज्ञानिकों का यह मानना है कि जो यूजर पोस्ट में लिखता है वह उसके शारीरिक लक्षण को दर्शाता है। by
अमेरिका के पेंसिल्वेनिया और स्टोनी ब्रुक यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने ऑटोमेटिड डाटा कलेक्शन तकनीक के जरिए 1000 मरीजों के फेसबुक पोस्ट की हिस्ट्री का अध्ययन किया है। इसमें इन यूजर के सारे फेसबुक पोस्ट का अध्ययन किया गया है। वैज्ञानिकों ने इन मरीजों से उनके इलेक्ट्रोनिक मेडिकल रिकॉर्ड डाटा और प्रोफाइल को लिंक करने की इजाजत ली। इसके बाद शोधकर्ताओं ने विश्लेषण के लिए तीन मॉडल बनाए और शोध किया।
इनमें से एक मॉडल में यूजर के फेसबुक पोस्ट की भाषा का विश्लेषण किया गया। दूसरे मॉडल में उम्र और रोगी के लिंग का विश्लेषण किया गया। तीसरे मॉडल में इन दोनों मॉडल को मिलाकर विश्लेषण किया गया। शोधकर्ताओं ने फेसबुक पोस्ट के जरिए मरीज के शारीरिक लक्षणों का पता लगाया. इसके लिए 21 अलग-अलग परिस्थितियों को देखा गया। शोधकर्ताओं ने 10 परिस्थितियों की सटीक भविष्यवाणी की। यह भविष्यवाणी मरीज के पोस्ट की भाषा के आधार पर की गयी। दरअसल, फेसबुक पर हम अपने व्यक्तित्व से संबंधित हर चीज डालते हैं। इन पोस्ट के जरिए व्यक्ति के भीतर क्या चल रहा है। इस बात का आसानी से पता लगाया जा सकता है। इस बात का पता लगाने में वैज्ञानिक सफल भी रहे। हम कैसा महसूस कर रहे हैं और हमारी जीवनशैली कैसी है, यूजर हर बात को फेसबुक पर पोस्ट करते हैं। यहां तक की कई बार अपनी बीमारियों के बारे में भी पोस्ट कर देते हैं।
शोधकर्ताओं ने यूजर के फेसबुक डाटा के विश्लेषण से उसकी बीमारियों के बारे में भविष्यवाणी की जो कि ज्यादातर डिप्रेशन और डाइबिटीज से संबंधित थी।