July 1, 2024     Select Language
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जब हथेली में छुपे हो संक्रामक रोग के बचने-मरने का संकेत 

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कोलकाता टाइम्स :

न दिनों देश-दुनिया में कोरोना वायरस का संक्रमण बुरी तरह फैला हुआ है। दुनियाभर में इस वायरस से करीब कड़ोरों लोग संक्रमित हो चुके हैं और ढाई लाख से अधिक मौतें हो चुकी हैं। हर दिन यह आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या हस्तरेखा में ऐसी कोई रेखा या योग होता है जिससे पता लगाया जा सकता है कि कौन व्यक्ति संक्रामक रोग से पीड़ित होगा और कौन नहीं? कौन इसके संक्रमण में आने के बाद भी जीवित बच जाएगा और किसकी होगी मौत? यदि हस्तरेखा शास्त्र की मानें तो इन सारे सवालों के जवाब हस्तरेखा में मिल सकते हैं, लेकिन उसके लिए हस्तरेखा पढ़ने वाले का अध्ययन गहन होना चाहिए। उसे बारीक से बारीक रेखाओं का भी आंकलन करते आना चाहिए, तभी वह सटीक फलादेश दे सकता है।

कहां होती है स्वास्थ्य रेखा

हस्तरेखा शास्त्र में अन्य रेखाओं की तरह ही स्वास्थ्य रेखा भी होती है, जिससे व्यक्ति के जीवन में आने वाले रोगों के बारे में जानकारी हासिल की जाती है। स्वास्थ्य रेखा का मूल स्थान बुध पर्वत के नीचे से प्रारंभ होता है। यह रेखा बुध पर्वत के मूल से प्रारंभ होकर चंद्र पर्वत को भेदते हुए हथेली में नीचे की ओर बढ़ती है। इस रेखा की लंबाई, गहराई, स्पष्टता और इस पर बने चिन्हों के आधार पर विभिन्न् रोगों के बारे में पता लगाया जा सकता है।

कौन से रोग, किस चिन्ह से

सबसे पहली बात, हथेली में स्वास्थ्य रेखा का नहीं होना शुभ माना जाता है। यदि स्वास्थ्य रेखा हथेली में नहीं है तो व्यक्ति के जीवन में कभी कोई बड़ा और गंभीर रोग नहीं आता है।

यदि स्वास्थ्य रेखा पतली, गहरी और लालिमा लिए हुए हो तो व्यक्ति रक्त विकार रहते हैं। डायबिटीज ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल आदि की समस्या बनी रहती है।

यदि स्वास्थ्य रेखा नीचे की ओर जाते हुए जीवनरेखा से मिल जाए तो यह व्यक्ति को जीवनभर कोई न कोई रोग बना रहता है।

यदि स्वास्थ्य रेखा नीचे बढ़ते हुए हथेली के बाहर निकल जाए और मणिबंध को छू ले तो यह व्यक्ति की दुर्घटना के बाद स्थायी अपंगता का प्रतीक है।

यदि यह रेखा हृदय रेखा से प्रारंभ हो तो व्यक्ति को हृदय संबंधी कोई रोग बना रहता है।

यदि इस रेखा पर जगह-जगह लाल रंग के धब्बे हो तो यह बुखार, संक्रामक ज्वर का संकेत देती है।

यदि स्वास्थ्य रेखा घुमावदार हो तो व्यक्ति को पेट और लिवर से संबंधित रोग होने की आशंका रहती है।

संक्रामक रोग कैसे देखें

जिस व्यक्ति के हाथ में स्वास्थ्य रेखा बुध पर्वत के नीचे से प्रारंभ होकर चंद्र पर्वत पर जाकर समाप्त हो जाए और अंतिम सिरे पर जंजीरदार हो, लाल धब्बा हो तो व्यक्ति कफ, सर्दी-जुकाम, संक्रामक रोग, बुखार, फेफड़े और श्वसन संबंधी रोग होने की आशंका रहती है। चंद्र का संबंध जल और शीत संबंधी रोगों से होता है, इसलिए चंद्र पर्वत पर स्वास्थ्य रेखा का समाप्त होना यहां संक्रामक रोग, अस्थमा, श्वसन रोग, टीबी, गले के रोग आदि होने का संकेत है। इसे वर्तमान काल में कोरोना जैसे संक्रमण से जोड़कर भी देखा जा सकता है

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