चीफ साइंटिस्ट ने कोरोना की इस वैक्सीन को बताया बच्चों के लिए अमृत
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कोलकाता टाइम्स :
देश में इन दिनों हर तरफ कोरोना की दूसरी लहर की मार है। इस बीच तीसरी लहर की भी आशंका जताई जा रही है। दावा किया जा रहा है कि कोरोना की अगली लहर बच्चों को निशाना बना सकती है। गौरतलब कि दुनिया में 12 साल से कम उम्र के बच्चों को फिलहाल कोरोना की वैक्सीन नहीं लगाई जा रही है। इतना ही नहीं भारत में 18 साल से कम उम्र के लोगों के लिए किसी भी वैक्सीन को हरी झंडी नहीं मिली है।
इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने कहा है कि कोरोना की नेज़ल वैक्सीन बच्चों के लिए गेम चेंजर साबित हो सकती है। इस तरह की वैक्सीन नाक के जरिये दी जाती है। कहा जाता है कि ये इंजेक्शन वाली वैक्सीन के मुकाबले ज्यादा असरदार है। साथ ही इसे लेना भी आसान है।
सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा स्कूल टीचर को वैक्सीन लगाने की जरूरत है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बच्चों को तभी स्कूल भेजना चाहिए जब कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा कम हो। स्वामीनाथन ने आगे कहा कि भारत में बनी नेज़ल वैक्सीन बच्चों के लिए गेम चेंजर साबित हो सकती है। इसे बच्चों में लगाना आसान होगा। साथ ही ये रेस्पिरेटरी ट्रैक में इम्यूनिटी बढ़ाएगी।