इनका बृहस्पति है खराब, तो नहीं रहेगी घर में शांति

कोलकाता टाइम्स :
हम अक्सर अपने आसपास के परिवेश में देखते हैं कि कुछ परिवारों में लोग एक-दूसरे के साथ बहुत सामंजस्य और तालमेल के साथ सुकून से रहते हैं, लेकिन कुछ परिवारों में दिन रात लड़ाई झगड़ों की आवाज आती रहती है। कभी सोचा है कि इसका कारण क्या है। ऐसे पारिवारिक विवादों का कारण खराब बृहस्पति हो सकता है।
मुखिया की जन्मकुंडली में बृहस्पति ग्रह जब खराब हो तो…
किसी भी परिवार में सुख-शांति होना बहुत जरूरी है। यदि किसी परिवार में आए दिन सदस्यों के बीच वाद-विवाद होते रहते हैं तो इसका बड़ा कारण मुखिया की जन्मकुंडली में बृहस्पति ग्रह का अत्यंत खराब स्थिति में होना हो सकता है। वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह न केवल वैवाहिक सुख बल्कि परिवार में आपसी तालमेल, सामंजस्य, सुख और संस्कारों का प्रतिनिधि भी होता है। यदि मुखिया की जन्मकुंडली में बृहस्पति वक्री हो, पाप ग्रहों से युक्त हो, शत्रु राशि में स्थित हो या अस्त हो, तो ऐसा जातक अपनी परिवार को साथ लेकर नहीं चलता। सब पर अपनी मनमर्जी चलाने की कोशिश करता है। वह एकाधिकार जमाना चाहता है। वह चाहता है पूरा परिवार उसकी बात मानें, चाहे वह बात गलत ही क्यों ना हो। अपनी बात मनवाने के चक्कर में परिवार के सभी सदस्य उससे नफरत करने लगते हैं।
कैसे दूर करें बृहस्पति का दोष
- इस स्थिति में बृहस्पति का दोष दूर करना अत्यंत जरूरी है। ऐसे में बृहस्पति को मजबूत बनाने के उपाय किए जाते हैं।
- बृहस्पति की मजबूती के लिए मुखिया को या उसके निमित्त परिवार के किसी सदस्य को बृहस्पतिवार का व्रत शुरू कर देना चाहिए।
- प्रत्येक गुरुवार को गाय को सात पीले पके हुए केले खिलाएं।
भगवान शिव का अभिषेक कच्चे दूध से करें
- गुरुवार के दिन दत्तात्रेय के मंदिर में सवा पाव चने की दाल में हल्दी की एक गांठ रखकर अर्पित करें।
- गुरुवार के दिन केसरिया भात बनाकर गरीब बच्चों को खिलाएं।
- पारिवारिक सुख-शांति के लिए हर दिन भगवान शिव का अभिषेक कच्चे दूध से करें।बृहस्पति के दोष दूर होते हैं…
- भगवान लक्ष्मीनारायण की पूजा पीले फूलों से करने से परिवार में सुख-शांति आती है।
- पूर्णिमा का व्रत करने से पारिवारिक सुखों की प्राप्ति होती है।
- केले के पेड़ की नित्य सेवा करने से बृहस्पति के दोष दूर होते हैं।