ग्रीन टी पीते वक्त ये गलतियां पड़ सकता है भारी
कोलकाता टाइम्स :
डाइट कॉन्शियस लोग अपनी डाइट में ग्रीन टी को खास तरजीह देते हैं। यहीं वजह है कि ग्रीन टी, दुनियाभर में काफी लोग हेल्थ कंसर्न के तौर पर खूब पीते हैं। बहुत सी स्टडीज में ग्रीन टी के फायदों के बारे में बताया गया है लेकिन ग्रीन टी पीते वक्त आपको कुछ जरुरी बातों का ध्यान रखना चाहिए और साथ ही एक दिन में 2 से 3 कप से ज्यादा ग्रीन टी भी पीना चाहिए।
अक्सर लोग ग्रीन टी को पीने के दौरान हेल्दी के चक्कर में कुछ गलतियां कर बैठते हैं। जिसकी वजह से ग्रीन टी पीने का फायदा नहीं मिल पाता हैं। ज्यादा गर्म न गर्म चाय न पीएं बहुत से लोग ऐसे होते हैं जिन्हें बेहद गर्म चाय पसंद होती है। कप में छानी और बस मुंह तक पहुंच गई। लेकिन ग्रीन टी के मामले में ऐसा बिलकुल नहीं करना चाहिए।
बहुत ज्यादा गर्म ग्रीन टी पीने से न सिर्फ उशका स्वाद बिगड़ जाता है बल्कि इससे आपके गले और पेट को भी तकलीफ पहुंच सकती है। ग्रीन टी पीने का ज्यादा से ज्यादा लाभ मिले इसके लिए जरूरी है कि आप इसे गुनगुना ही पिएं।
ताजा ही पीएं ग्रीन टी : ताजा ही ज्यादा असरदार होती है, ठंडा करके इसे पीना कोई फायदा नहीं रहता हैं। आप इसे या तो गर्म या ठंडा कर के पी सकते हैं, लेकिन इस बात का खयाल रखें कि अगर इसे बनाये हुए एक घंटा हो गया हो तो इसे न पियें। यदि आप ग्रीन टी को लंबे समय के लिए स्टोर कर के रखेंगे तो, यह अपने विटामिन और एंटी-ऑक्सीडेंट खो देगी। इसके अलावा, इसमें मौजूद जीवाणुरोधी गुण भी समय के साथ कम हो जाते हैं। इसलिए इसें ताजा करके ही पीएं।
ग्रीन टी उबालते वक्त उसमें शहद न डालें कई लोग खासकर जिम जाने वाले लोग ग्रीन टी को और ज्यादा हेल्दी बनाने के लिए उसमें शहद डालकर पीना पसंद करते हैं। लेकिन जिस तरह बहुत ज्यादा गर्म ग्रीन टी पीना नुकसानदेह हो सकता है, ठीक उसी तरह ग्रीन टी को उबालते वक्त अगर आप उसमें शहद डाल देते हैं तो इससे शहद की न्यूट्रिशनल वैल्यू खत्म हो जाती है। ग्रीन टी में शहद को तब मिलाएं जब उसका तापमान थोड़ा कम हो जाए तब उसमें शहद और दालचीनी मिलाकर पिएं। दवाइयों के साथ ग्रीन टी न पिएं कई लोग सुबह की दवाइयों को पानी की बजाए ग्रीन टी के साथ ले लेते हैं। ऐसा बिलकुल न करें और यह आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
दवाइयों का केमिकल कॉम्पोजिशन, ग्रीन टी के साथ मिलकर एसिडिटी की समस्या पैदा कर सकता है। लिहाजा रेग्युलर दवा खाने के लिए पानी का ही इस्तेमाल करें। Most Read :ठहरिए! चाय के साथ तला-भुना खाना हो सकता है सेहत के लिए खतरनाक,ये खाने से भी बचेंआर्टिफिशल फ्लेवर न मिलाएं ग्रीन टी का टेस्ट थोड़ा कड़वा और बेस्वाद होता है इसलिए मार्केट में इस वक्त आपके स्वाद और टेस्ट को ध्यान में रखते हुए ग्रीन टी के ढेरों फ्लेवर्स मिल रहे हैं। बहुत सी ग्रीन टी तो ऐसी होती है कि सिर्फ उसकी बिक्री बढ़े इसके लिए उसमें ढेर सारे आर्टिफिशल फ्लेवर मिला दिए जाते हैं। ये सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है। लिहाजा नैचरल फ्लेवर वाली ग्रीन टी का सेवन भी बेहतर है।