जेल में बंद कैदी खुद ही खोदते हैं अपनी कब्र,
कोलकाता टाइम्स :
अक्सर आपने सुना होगा कि कई जेलों में कैदियों के साथ बुरा और खरतनाक बर्ताव होता है, उन्हें यातनाएं दी जाती हैं. लेकिन दुनिया में एक ऐसा देश भी है, जहां जेल में बंद कैदी खुद ही अपनी कब्र खोदते हैं. जी हां, यह जानकर आपको हैरानी तो होगी, लेकिन वहां के कुछ पूर्व कैदियों की मानें तो यह बिल्कुल सच बात है. इस देश का नाम है उत्तर कोरिया. वैसे तो उत्तर कोरिया और वहां के तानाशाह किम जोंग उन के बारे में पूरी दुनिया जानती है और यहां के अजीबोगरीब नियमों के बारे में भी लोगों को बहुत अच्छे से पता है. इसके अलावा यहां कैदियों के साथ कितना बुरा बर्ताव होता है, ये भी किसी से छिपा नहीं है, खासकर विदेशी कैदी. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इन कैदियों से यहां जबरन मजदूरी भी करवाई जाती है.
कहते हैं कि उत्तर कोरिया की जेलों में बंद कैदियों को बेहद ही छोटे-छोटे सेलों में सुलाया जाता है उन्हें खाने के लिए चूहे और मेंढक दिए जाते हैं. इसके अलावा नियमित रूप से कैदियों की पिटाई भी की जाती है और 24 घंटे में करीब 12 घंटे उनसे कठोर श्रम करवाया जाता है. उत्तर कोरिया में कानून बहुत ही कड़े हैं. इतने कड़े कि शायद ही आपको उसका अंदाजा हो सके. साल 2012 में उत्तर कोरिया गए एक कोरियाई अमेरिकी शख्स केनेथ बे के पास से धार्मिक सामग्री से भरी हार्ड डिस्क मिली थी, जिसके बाद उन्हें 15 साल तक जबरन मजदूरी करने की सजा सुनाई गई थी. हालांकि खराब स्वास्थ्य के चलते साल 2014 में उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया था. इसके अलावा साल 2016 में 22 वर्षीय अमेरिकी छात्र ओट्टो वार्मबियर को भी एक होटल का बिलबोर्ड चुराने की कोशिश के आरोप में 15 साल की कठिन मजदूरी करने की सजा सुनाई गई थी. हालांकि कुछ महीनों के बाद उन्हें भी रिहा कर दिया था, लेकिन वो कोमा में चले गए थे.
एक रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर कोरिया की जेलें दुनिया की सबसे भयानक जेलों में से एक हैं. यहां हजारों लोगों को, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं- उन्हें जेल कैंपों और उत्तर कोरिया के कैदखानों में रखा जाता है. कहते हैं कि इनमें से तो कुछ ऐसे भी होते हैं, जिन्होंने कोई अपराध ही नहीं किया है, लेकिन फिर भी वो कैद हैं. कहते हैं कि उत्तर कोरिया की जेलों में बंद कैदियों को अपनी ही कब्र खोदने के लिए मजबूर किया जाता है. इसके अलावा सजा के नाम पर उनके साथ दुष्कर्म भी होता है और कभी-कभी तो पीड़ित कैदी अचानक गायब भी हो जाते हैं, जिनका बारे में कोई पता नहीं चलता.