ऐसी थी इस सूअर की बहादुरी की मौत पर पूरा देश डूबा मातम में
कोलकाता टाइम्स :
इस सूअर इतना खास था कि जी जी ही मरने के बाद भी लोग उसे भुला नहीं पाए। चीन में इस समय एक मशहूर ‘बहादुर’ सूअर की मौत के कारण मातम का माहौल है। सोशल मीडिया पर इस सुअर को याद करके लोग उसे श्रद्धांजलि दे रहे हैं और उसकी बहादुरी के किस्से सुना रहे हैं. इस सुअर को लेकर सोशल मीडिया पर हैशटैग चलाए जा रहे हैं। ‘झू जिनक्यिांग’ नाम के इस सुअर की बुढ़ापे के चलते मौत हो गई है।
चीन में इस सुअर को मजबूत इच्छा शक्ति वाले सुअर के तौर पर पहचाना जाता है। दरअसल, 2008 में चीन के सिचुआन प्रांत में आए 7.9 तीव्रता के भूकंप में करीब 90 हजार लोगों की मौत हो गई थी या लापता हो गए थे। साथ ही साढ़े 3 लाख से ज्यादा लोग घायल हुए थे। उसी भूकंप से यह सुअर जिंदा बचकर निकल आया था। यह सुअर 36 दिनों तक मलबे में दबा रहा था। बिना पानी और रोशनी के यह सुअर जिंदगी और मौत से संघर्ष करता रहा लेकिन आखिरकार जीत गया था। उसका वजन इतना कम हो गया था कि वह किसी बकरे की तरह दिखाई दे रहा था।