बच्चों ने किया अब तक का सबसे बड़ा masacare, 130 लोगों को उतरा मौत के घाट
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कोलकाता टाइम्स :
बुर्किना फासो की सरकार और संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि इस महीने की शुरुआत में हुए जिस हमले में 130 से ज्यादा लोग मारे गए थे, उसे 12 से 14 साल के बच्चों ने अंजाम दिया था। इस हमले में कई याघा के सोल्हान गांव के कई निर्दोष लोगों को गोलियों से भून दिया गया था और कई घरों को आग लगा दी गई थी।
बुर्किना फासो में 4 जून को हुए इस हमले में जिहादियों ने हमलावरों के तौर पर बच्चों का इस्तेमाल किया था. देश में हुए अब तक के इस सबसे बड़े नरसंहार को अंजाम देने के लिए हमलावरों ने रात में हमला किया था। इसमें नाइजर की सीमा से लगे याघा प्रांत के सोल्हान गांव के निवासी मारे गए थे।
संयुक्त राष्ट्र के शांति सैनिकों और अंतरराष्ट्रीय सशस्त्र बलों के हस्तक्षेप के बावजूद, पड़ोसी माली और नाइजर समेत पश्चिम अफ्रीका के साहेल क्षेत्र में इस्लामी चरमपंथियों के हमले लगातार जारी हैं . स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि जिहादी संगठन पिछले एक साल से बच्चों के जरिए हमले करा रहे हैं, लेकिन इस महीने हुआ हमला अब तक का सबसे बड़ा हमला था।
बुर्किना फासो में हो रही हिंसा के कारण केवल 2 सालों में 11.4 लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा है.