November 1, 2024     Select Language
Editor Choice Hindi KT Popular धर्म

आज भी ‘ड्रैगन’ पाए जाते हैं इस इस देश में 

[kodex_post_like_buttons]

कोलकाता टाइम्स :

दुनिया वैसे तो कई रहस्यों से भरी हुई है. लेकिन अभी भी ऐसे बहुत से राज है जिन पर से पर्दा उठना बाकी है. अपने राजनीतिक और महत्वाकांक्षा की वजह से दुनिया में ऐसे कई देश हैं, जिन्होंने अपनी अलग ही पहचान बनाई है. जैसे जापान परमाणु बम गिराए जाने की वजह से दुनियाभर में मशहूर है तो अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी महाशक्ति के रूप में जाना जाता है. आज हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी पहचान बिल्कुल अनोखी है. यह दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देश के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि यहां की लगभग 90 फीसदी आबादी मुस्लिम है.

आपकी जानकारी के लिए बता दें की इस देश का नाम है इंडोनेशिया. एशियाई महाद्वीप के इस देश में छोटे-मोटे द्वीपों को मिलाकर करीब 17 हजार द्वीप मौजूद हैं, जिसमें सुमात्रा, जावा, बोर्नियो, सुलावेसी और न्यू गिनी शामिल हैं. यह दुनिया का सबसे बड़ा द्वीपीय देश है जबकि सबसे ज्यादा आबादी वाला दुनिया का चौथा देश. एक अनुमान के मुताबिक, इस वक्त इंडोनेशिया की जनसंख्या करीब 27 करोड़ है. भारतीय पुराणों में भी इंडोनेशिया का उल्लेख मिलता है. वहां इसका नाम दीपांतर भारत (यानी सागर पार भारत) है. यूरोप के लेखकों ने करीब 150 साल पहले इसे इंडोनेशिया नाम दिया था, जो धीरे-धीरे लोकप्रिय हो गया. इंडोनेशिया के पहले शिक्षा मंत्री ‘की हजर देवान्तर’‎ पहले देशी थे, जिन्होंने अपने राष्ट्र के लिए इंडोनेशिया नाम का इस्तेमाल किया।

भारतीय सभ्यता 5000 साल पूरानी है. जिसका वैज्ञानिक दृषिटकोण से भी कही न कही सम्बन्ध किसी अन्य देश से जुड़ जाता है. जिसके तहत  ईसा पूर्व चौथी शताब्दी से ही इंडोनेशिया द्वीपसमूह दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापारिक क्षेत्र रहा है. बुनी या मुनि सभ्यता यहां की सबसे पुरानी सभ्यता है, जो हिंदू और बौद्ध धर्म मानते थे और ऋषि परंपरा का अनुकरण करते थे. हालांकि 13वीं शताब्दी के आते-आते यह एक मुस्लिम देश बन गया. इंडोनेशिया में 400 से अधिक सक्रिय ज्वालामुखी हैं. इस वजह से यहां अक्सर भूकंप आते रहते हैं. इसके अलावा यहां वनस्पतियों और जीव-जंतुओं की विविध प्रजातियां भी देखने को मिलती हैं. दुनिया का सबसे बड़ा फूल ‘रैफ्लेशिया’ भी इसी द्वीप पर पाया जाता है. इस फूल का वजन 10 किलोग्राम तक हो सकता है. इसके अलावा यहां कोमोडो ड्रैगन नाम की विशाल छिपकली की प्रजाति भी निवास करती है. यह लंबाई में तीन मीटर तक बड़ सकते हैं और इनका वजन 70 किलो तक होता है.

Related Posts