नागरिकों जे जान के बदले चीन ने पाकिस्तानियों यूँ निकल फेंका बाहार
कोलकाता टाइम्स :
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में हुए बीते दिनों बस में हुए बम धमाके में चीनी इंजीनियरों की मौत से चीन ने काफी गुस्से में है. चीन ने पाकिस्तान में चल रहे कई प्रोजेक्ट्स पर काम रोक दिया है. इतना ही नहीं चीन ने दासू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट में काम कर रहे पाकिस्तानी कर्मचारियों को भी निकाल दिया है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने ये जानकारी दी है.
रॉयटर्स के मुताबिक, अपने 9 इंजीनियरों की मौत के बाद चीन ने महत्वकांक्षी बेल्ट एंड रोड प्रोजेक्ट पर काम को लेकर गठित उच्च स्तरीय समितियों की बैठकों को स्थगित कर दिया है. इसके अलावा अरबों डॉलर की लागत से बन रहा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट भी फिलहाल खटाई में पड़ता दिख रहा है. चीन अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए भी पाकिस्तान को फंड देता है, लेकिन इसके बावजूद हमले में उसके इंजीनियरों की मौत से वो बौखला गया है.
बता दें कि बीते सप्ताह चीन के नेतृत्व वाले दासू हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में काम कर रहे उसके 9 इंजीनियरों की मौत हो गई थी. ये इंजीनियर बस में बैठकर साइट पर आ रहे थे. उसी दौरान जोरदार धमाके हुआ और बस नहर में जा गिरी. पाकिस्तान ने पहले इसे हादसा बताने की कोशिश की थी, लेकिन बाद में चीन ने साफ किया था कि ये कोई हादसा नहीं था. आतंकी हमला था.
आतंकवाद के मामलों के जानकार फखर काकाखेल ने कहा, निश्चित तौर पर यह धमाका इसलिए किया गया, चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर जैसे मेगा प्रोजेक्ट को बाधित किया जा सके. फखर काकाखेल ने आगे कहा कि अब तक बलूचिस्तान के बाहरी इलाकों में प्रोजेक्ट्स को निशाना बनाया जाता रहा है, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है, जब ऐसी किसी घटना में चीन के लोगों को नुकसान पहुंचा है. यह निश्चित तौर पर चिंता का विषय है.