सोलह साल फिर भी शाह रूख़ नहीं भूले वो छोटी सी मुलाक़ात!
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कोलकाता टाइम्स :
अपनी याद्दाश्त को लेकर शाह रूख़ ख़ान बॉलीवुड में काफी मशहूर हैं। उनके बारे में कहा जाता है कि जिसके साथ एक बार थोड़ी देर बात कर लें, उसे भूलते नहीं हैं। डायरेक्टर अनुभव सिन्हा इस बात की तस्दीक़ करते हैं कि कैसे छोटी सी मुलाक़ात के कई साल बाद शाह रूख़ उन्हें मिलते ही पहचान गए।
अनुभव बताते हैं कि उन्हें इसका अनुमान तब हुआ था, जब शाह रूख़ को पहली बार ‘रा. वन’ का आइडिया भेजा था। इससे पहले उनके साथ अनुभव की दोस्ती नहीं थी। शाह रूख़ ने उनके एसएमएस का जवाब तुरंत दिया था और इसके पीछे एक ख़ास वजह थी। दरअसल, अनुभव सिन्हा ने कई साल पहले केतन मेहता की फिल्म ‘ओ डार्लिंग ये है इंडिया’ में शाह रूख़ के साथ काम किया था। उस फ़िल्म में सारी फीमेल असिस्टेंट थीं और दस दिनों की शूटिंग चौपाटी पर होनी थी। उन्हें कोई स्टार असिस्टेंट चाहिए था, तो केतन ने मेरे बॉस (पंकज पराशर) को बोला कि मुझे कुछ दिनों के लिए अनुभव को दे दें।
अनुभव शाह रूख़ से वहीं मिले। फ़िल्म की शूटिंग पूरी होने के बाद सिलसिला टूट गया, लेकिन शाह रूख़ अनुभव को नहीं भूले। ‘रा. वन’ की मेकिंग के दौरान जब अनुभव उनके साथ घुल-मिल गए तो शाह रूख़ से पूछा कि तुमने कैसे मेरे एक एसएमएस पर मुझे कहानी सुनने के लिए बुला लिया था, जबकि तुम तो मुझे जानते भी नहीं थे। इस पर शाह रूख़ ने बताया कि तुम्हें क्यों लगा कि तुमको मैं नहीं जानता हूं और हम पहले कभी नहीं मिले थे। हमने तो साथ में ‘ओ डार्लिंग…’ में काम किया था।
उस दिन अनुभव भी चौकें कि शाह रूख़ की याद्दाश्त कितनी तेज़ है और वो लोगों की कितना याद रखते हैं। उस दिन के बाद से उनकी दोस्ती और गहरी होती चली गयी।