राज : तो यह डर छुपा है महारानी के दस्तानें के पीछे
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कोलकाता टाइम्स :
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ को शायद ही उनके दस्तानों के बगैर देखा गया है। एलिजाबेथ के दस्ताने उनके फैशन स्टेटमेंट के अभिन्न हिस्से रहे हैं। इसलिए वे जहां भी जाती हैं, लगभग दास्ताने पहनकर ही जाती हैं। यहीं नहीं उनके पर्स में भी दास्ताने की दो तीन एक्स्ट्रा जोड़ी पड़ी रहती है।
जानकर हैरानी होगी कि पिछले 70 से साल से एक ही कंपनी कोर्नेलिया जेम्स महारानी के दास्ताने बना रही हैं। 1970 में उन्हें इस काम के लिए रॉयल वारंट भी मिला है।
इस बात पर भी कई बार सवाल उठाए गए कि महारानी हर सार्वजनिक आयोजन में दास्ताने पहनकर क्यों बाहर निकलती हैं। इस बाबत रीडर्स डाइजेस्ट नाम की पत्रिका ने कोर्नेलिया जेम्स की बेटी और कंपनी की क्रिएटिव डायरेक्टर जेनेवियवे जेम्स से बात की तो उन्होंने महारानी के इस राज से पर्दा उठा दिया।
उन्होंने कहा कि ग्लव्स उन्हें धूल और कीटाणुओं से सुरक्षा प्रदान करते हैं। महारानी को अपने दौरों पर दर्जनों लोगों से साथ मिलाना पड़ता है। इस दौरान सुरक्षा और स्वच्छता के लिहाज से ये दास्ताने रक्षा कवच का काम करते हैं। जेम्स ने कहा कि उनके हैंडबैग में दो से तीन जोड़े अतिरिक्त ग्लव्स रहते हैं। जेनेवियवे जेम्स के मुताबिक जब ये दास्ताने खराब होते हैं तो 10 हजार रुपए की कीमत वाले इन ग्लव्स की महारानी फिर से मरम्मत करवाती हैं।
उन्होंने कहा कि इन दास्तानों का एक फैशन पर्पज भी है। क्रिएटिव डायरेक्टर जेनेवियवे जेम्स ने कहा कि सालों से महारानी के दास्ताने कॉटन से बनाए जाते थे, लेकिन हाल ही में रानी ने कहा कि उन्हें थोड़े हल्के कपड़े चाहिए, इसके बाद कंपनी ने स्विटजरलैंड से कॉटन जर्सी मंगवाए। इन ग्लव्स को बनाने में 45 मिनट से एक घंटे क समय लगता है।