मां-बाप, बहन और नानी अर्थी के पीछे बेटे का राज खुलते ही पुलिसवाले भी रह गया दंग
रोहतक शहर की झज्जर चुंगी स्थित विजय नगर में 27 अगस्त को बबलू पहलवान, उसकी पत्नी बबली, सास रोशनी और बेटी तमन्ना की घर में ही गोलियां मारकर हत्या कर दी थी. हत्या के पीछे परिवार में तनाव, अभिषेक उर्फ मोनू के पर्सनल ईश्यू, रुपयों और प्रॉपर्टी विवाद रहा है. मोनू इस बात से नाराज था कि उसके पिता ने सारी प्रॉपर्टी उसकी बहन के नाम कर दी थी. पुलिस का दावा है कि अभी सिर्फ अभिषेक को गिरफ्तार किया है. उसने किस प्रकार वारदात को अंजाम दिया जल्द ही इस बारे में खुलासा किया जाएगा. पुलिस मामले की बाकी कडिय़ों को जोडऩे में जुटी है. फिलहाल पुलिस रिकॉर्ड में मोनू का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है.
अभिषेक उर्फ मोनू ने अंतिम संस्कार के समय मां-बाप और बहन की चिता को मुखाग्नि नहीं दी थी. इस बात की चर्चा है कि उसके साथ के लोगों को इस बात की भनक थी कि इस नृशंस वारदात के पीछे वही है. वारदात को अंजाम देने के बाद भी मोनू अपने दोस्त के साथ होटल में बिल्कुल नॉर्मल सिचुएशन में गया था. घर पर परिजनों के शव देखकर वह खूब रोया भी था. पुलिस का दावा है कि उसने यह सब इसलिए किया, ताकि किसी को उस पर कोई शक ना हो.
रोहतक के एसपी राहुल शर्मा ने बताया कि पहले दिन से ही मामले में संदिग्धों से पूछताछ की जा रही थी. बेटे से पहले दिन ज्यादा पूछताछ नहीं हुई थी. फिर भी उसके बयानों के कारण पहले दिन से ही उस पर शक था. मृतक बबलू पहलवान के रिश्तेदारों, दोस्तों और आस-पड़ोस के लोगों से भी पूछताछ कर जानकारी जुटाई. मंगलवार सुबह इलाके की सीसीटीवी फुटेज, होटल की सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल्स, टेक्निकल डिटेल्स पुलिस के हाथ लगीं तो दोपहर बाद बबलू के एकलौते बेटे अभिषेक उर्फ मोनू को राउंडअप किया.