दाने-दाने को मोहताज, लेकिन परमाणु हथियार का जखीरा बढ़ाने में जुटा पाकिस्तान
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कोलकाता टाइम्स :
भारत का पड़ोसी पाकिस्तान लंबे समय से क्षेत्रीय सुरक्षा के लिये खतरा बना हुआ है. अपने मंसूबों को पूरा करने के लिये उसने अफगानिस्तान में तालिबान को सपोर्ट किया. वहीं सीधे और प्रॉक्सी वार में भारत से कई बार पिट चुके पड़ोसी का एटमी हथियारों से प्रेम किसी से छिपा नहीं है.
एक विदेशी मैगजीन की रिपोर्ट में चौकाने वाले खुलासे हुये हैं. ‘बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट्स’ में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक उसके परमाणु हथियारों का जखीरा अब बढ़कर करीब 165 परमाणु हथियारों तक पहुंच गया है.
कागो बेस्ड पब्लिकेशन के शोध के मुताबिक, पाकिस्तान अपनी न्यूक्लियर क्षमता का विस्तार कर रहा है. मिसाइल मटैरियल प्रोडक्शन इंडस्ट्री में उसकी गतिविधिंया कई सालों से तेज हुई हैं. वहीं फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स में न्यूक्लियर इंफॉर्मेशन प्रोजेक्ट के डॉयरेक्टर क्रिस्टेंसन और NIP के शोध सहयोगी मैट कोर्डा की साझा रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि अगले कुछ सालों तक पाकिस्तान का ये ट्रेंड जारी रहा 4 साल के भीतर पाकिस्तान के पास करीब 200 परमाणु बम होंगे.
शोधकर्ताओं का कहना है कि पाकिस्तान के पास न्यूक्लियर अटैक करने में सक्षम 6 मिसाइलें हैं. जिनके जरिये भारत को निशाना बनाया जा सकता है. शाहीन- III मिसाइल की रेंज 2,750 किमी है, यानी इसकी जद में अब इजरायल भी आ जाएगा.