November 23, 2024     Select Language
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इन 7 मौकों पर स्वार्थी बन कर सकते हैं दुनिया पर राज 

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कोलकाता टाइम्स : 

स्‍वार्थी बनने पर लोग आलोचना करते है और बुरा मानते है लेकिन कई बार स्‍वार्थी बनना लाभप्रद भी होता है। इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसी स्थितियों के बारे में बता रहे हैं, जहां स्‍वार्थी होना आपके लिए हित में होता है:

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1. निष्‍पक्ष व्‍यवहार होने पर : कई बार लोग आपके साथ निष्‍पक्ष व्‍यवहार नहीं करते हैं, ऐसे में भी आपका हमेशा उनके हित के बारे में सोचना आप पर भारी पड़ सकता है। अगर कोई आपके बारे में निष्‍पक्ष नहीं है तो स्‍वार्थी बनें और जो आपके लिए उचित हो, वहीं करें। न कहना सीखें और अपने हिसाब से काम करें। ये 8 प्रेरणादयक किताबें बदल सकती हैं आपकी जिंदगी।

2. अपने सपनों को पूरा करने में : अगर आप अपनी जिन्‍दगी में किसी लक्ष्‍य को पूरा करना चाहते है तो कुछ कुर्बानियां देनी पड़ सकती हैं। लोगों की आलोचनाओं का सामना करने के लिए तैयार रहें और स्‍वार्थी बनें। खुद को समय दें, लक्ष्‍यों को पूरा करने के लिए रणनीतियां बनाएं। तभी आप अपने सपनों को पूरा कर पाएंगे और आपके ऊपर से स्‍वार्थी का ठप्‍पा भी हटा जाएगा।
3. सच का साथ दें : हमेशा सच का साथ दें। अगर आप सच का साथ देते हुए स्‍वार्थी कहलाते तो उसे ही स्‍वीकार कर लें, लेकिन झूठ का साथ देकर न फंसे। हर किसी के अपने नियम और कायदे होते हैं, उन्‍हे ही मानें और अपनी सुनें।
4. बहुत ज्‍यादा पूछताछ करने पर :  अगर कोई आपसे बहुत ज्‍यादा पूछताछ करता है तो उसे ओके कहकर टाल दें। हो सकता है ऐसा करने पर आपको स्‍वार्थी कह दिया जाएं, लेकिन वाकई में यह पीछा छुड़ाने का सबसे कारगर तरीका है, अगर कोई आपको बेवजह सवाल पूछ-पूछ कर परेशान कर रहा है।
5. पहले आप उसके बाद कोई और : आज के युग में आप सभी का भला करके अपना भला नहीं कर सकते हैं। मॉर्डन वर्ल्‍ड में सबसे पहले आप खुद की जरूरतों को पूरा करें, अपने परिवार को प्राथमिकता दें और उसके बाद ही बाहर की दुनिया पर ध्‍यान दें। मदद करें, लेकिन अपना कुछ गंवाए बिना। दिल से नहीं बल्कि दिमाग से काम लें। खुद की लाइफ को बैलेंस रखें।
6. थोड़ा डिस्‍टेंस रखें : बहुत ज्‍यादा – जहां ज्‍यादा मिठास होती है, वहीं चीटियां लगती हैं, इस बात को ध्‍यान रखें और हर रिश्‍ते, काम और बात में संतुलन बनाएं रखें। किसी भी बात की अति होने पर आप पहले खुद को देखें। लोगों से सब्र और सहजता से बात करें, लेकिन दबे नहीं। थोड़ा डिस्‍टेंस रखना जरूरी होता है।
 7. प्राथमिकताएं : अपनी प्राथमिकताओं को समझें और उन्‍हे क्रमबद्ध तरीके से पूरा करें। दूसरों को आवश्‍यकता पड़ने पर मदद करें, लेकिन खुद का काम न बिगाड़ें। भावुक लोगों के लिए ऐसा करना मुश्किल होता है लेकिन करना पड़ेगा ही।

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