पाक में पोलियो मंजूर वैक्सीन नहीं, टीका लगाने वाले को उतारा मौत के घाट
वैक्सीनेशन टीम के सदस्य सुरक्षित बताए जा रहे हैं. हमले की जिम्मेदारी किसी भी समूह ने नहीं ली है. पुलिस की टीमें इलाके में पहुंच गई हैं और उन्होंने हमलावरों की तलाश के लिए घेराबंदी और खोज अभियान शुरू कर दिया है. वहीं मुख्यमंत्री महमूद खान ने हमले की निंदा करते हुए दोषियों को पकड़ने का संकल्प लिया है. उन्होंने कहा कि इस तरह के कायरतापूर्ण हमले अपंग बनाने वाली बीमारी को खत्म करने के उनके संकल्प को रोक नहीं सकते हैं. पाकिस्तान में पोलियो का पांच दिन का टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है और अभियान के तीसरे दिन यह हमला किया गया है.
गौरतलब है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान दुनिया में ऐसे दो देश हैं जहां पोलियो ‘स्थानिक’ (किसी विशेष स्थान या व्यक्ति वर्ग में नियमित रूप से पाया जाने वाला रोग) है. पिछले साल नाइजीरिया को पोलियो वायरस से मुक्त घोषित कर दिया गया था. पाकिस्तान सरकार अतीत में मुल्क के अलग-अलग हिस्सों में टीकाकरण कर्मियों पर हमलों के बाद पोलियो रोधी अभियान को निलंबित कर दिया था. हाल के वर्षों में आतंकवादियों ने टीकाकरण टीमों को निशाना बनाया है, जिससे पोलियो खत्म करने की कोशिशों को गंभीर नुकसान पहुंचा है. आतंकवादी पोलियो की खुराक पिलाने का विरोध करते हैं. उनका दावा है कि इससे बांझपन या नपुंसकता होती है.